26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पत्रिका सर्वे : यहां जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी भाजपा सरकार और विधायक

विधानसभा चुनाव से पहले पत्रिका का बड़ा सर्वे

2 min read
Google source verification
patrika survey in hoshangabad assembly

patrika survey in hoshangabad assembly

होशंगाबाद। भाजपा की मुसीबतें कम नहीं हो रहीं हैं। पत्रिका के सर्वे में चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं इस हिसाब से जनता भाजपा को पसंद नहीं कर रही है। कुछ माह बाद ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना हैं ऐसे में यह आंकड़े भाजपा की मुसीबतें बढ़ाने के काम करेंगे। होशंगाबाद जिले की चार विधानसीटों पर हुए सर्वे में मिली जुली राय सामने आई है। इनमें विधायक को ५० प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है। तो सरकार के बारे में भी लोगों की यही राय है। हलांकि होशंगाबाद जिले में स्थिति ठीक नहीं है यहां महज ३० प्रतिशत लोग ही सरकार और विधायक को पसंद कर रहे हैं।

होशंगाबाद विधानसभा सीट पर सरकार और विधायक को लेकर ज्यादा नाराजगी
सीएम के घरेलु क्षेत्र बुदनी के पास की होशंगाबाद विधानसभा सीट पर हुए सर्वे में शहरवासियों ने विधायक और सरकार पर काफी नाराजगी जताई है। वहीं आधे से अधिक लोगों का मानना है कि भाजपा जनता की उम्मीदों के अनुरूप सरकार नहीं बना पाई है।

कांग्रेस को फिर से मौका देने के पक्ष में ५० प्रतिशत लोग
सर्वे के अनुसार ५० प्रतिशत लोगों का मानना है कि कांग्रेस को एक बार फिर से मौका मिलना चाहिए, क्योंकि भाजपा उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई है।

जिले में पहले भी हो चुका है विरोध
गौरतलब है कि २६ जनवरी को इटारसी में आईटीआई के छात्रों ने सबसे पहले भाजपा सरकार के खिलाफ बिगुल फूंका था, जिसमें उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए भाजपा को वोट नहीं करने की शपथ दिलाई थी। इसके बाद कई किसान, संविदा और अन्य लोगों ने इस तरह की शपथ लेकर भाजपा को वोट नहीं करने की शपथ ली थी।

पत्रिका ने ५ सवाल के २० पाइंट पर कराया सर्वे
पत्रिका शहर के अलग-अलग लोगों से ५ सवालों के अंतगर्त सर्वे कराया इसमें शामिल २० पाइंट में जो लोगों की राय सामने आई है वह भाजपा के खिलाफ रही है।

यह था सर्वे
प्रश्न १ विधायक के बारे में
- क्या आपका चुना हुआ विधायक आपकी उम्मीदों पर खरा उतरा है?
- क्या वह जनता के बीच रहता, जनता के सुख-दुख में काम आता है?
- पुन: चुनाव मैदान में उतरने पर क्या आप पुन: उसे ही वोट देंगे?
- क्या आप चाहते हैं कि इस बार विधायक कोई दूसरा बने?

प्रश्न ०२. सरकार के बारे में
- क्या मौजूदा सरकार के कामकाज से आप संतुष्ट हैं?
- क्या वह आपकी उम्मीदों पर खरी उतर पाई है?
- आप इसी सरकार को और पांच साल के लिए मौका देंगे?
- आपकी राय में क्या सरकार बदलनी चाहिए?

प्रश्न ०३. सत्तारूढ़ पार्टी के बारे में
- क्या भाजपा आपकी उम्मीदों के मुताबिक सरकार बना और चला पाई है?
- क्या भाजपा का अपनी सरकार पर पूरा नियन्त्रण रहा है?
- क्या भाजपा की सरकार कांग्रेस की सरकार से बेहतर रही है?
- क्या भाजपा को ही पुन: सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए?

प्रश्न ०४. विपक्ष के बारे में
- क्या कांग्रेस विपक्ष की भूमिका आपकी अपेक्षाओं के अनुकूल निभा पाई है?
- क्या विपक्ष के रूप में कांग्रेस जनता के मुद्दों को लेकर सतत सक्रिय रही है?
- क्या अब पुन: कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए?
- क्या कांग्रेस की सरकार भाजपा की सरकार से बेहतर थी?

प्रश्न ५. तीसरे विकल्प के बारे में
- क्या मध्य प्रदेश में तीसरे मोर्चे की जरूरत महसूस करते हैं?
- क्या तीसरे मोर्चे की सम्भावना बने तो आप उसे प्राथमिकता देंगे?
- क्या सुधार के लिए गैर राजनीतिक लोगों को आगे आना चाहिए?
- क्या आपकी नजर में ऐसा कोई गैर राजनीतिक व्यक्ति है जिसे अगुवाई करनी चाहिए? वह कौन है?