आपको बता दें कि लखनपुर गांव में कुछ दिन पहले एक पूर्व अधिकारी के घर चोरी हुई थी। मामले में खुलासे के लिए एसपी ने मंत्री के कहने पर समिति गठित की थी। शनिवार को मंत्री विश्वेंद्र सिंह जनसुनवाई कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने नाराजगी जताई। इस जनसुनवाई में जिला कलेक्टर डॉ आरुषि मलिक ( aarushi malik ) भी शामिल रहीं।
गौरतलब है कि पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह पहले भरतपुर डीएसओ पर भी खफा हुए थे। इसके बाद डीएसओ का तबादला हो गया था। आइए बताते हैं क्या था वो पूरा मामला
भरतपुर जिला कलक्ट्रेट में रसद विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री विश्वेंद्र सिंह ( Vishvendra Singh ) से भरतपुर डीएसओ के विवाद के बाद भरतपुर डीएसओ बीना महावर ( Beena Mahavar ) को राज्य सरकार ( Rajasthan Government ) ने तबादला दे दिया। अब बीना महावर उप निबंधक, राजस्व मंडल अजमेर प्रथम, के तौर पर काम कर रही हैं।
वहीं सरकार के मंत्रियों से जो अफसर विवाद कर रहे हैं उनके प्रति सरकार खत्म हो गई है। राज्य सरकार ने देर रात भरतपुर डीएसओ बीना महावर के साथ 9 आरएएस अफसरों के तबादले कर दिए।
गौरतलब है कि तीन पहले भरतपुर में मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने विभागों के कामकाज की समीक्षा की थी। इस दौरान कलक्टर की मौजूदगी में डीएसओ बीना महावर से विभाग के कामकाज की जानकारी मांगी तो डीएसओ समेत संबंधित विभाग के एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे।
इससे नाराज केबिनेट मंत्री ने कहा था कि डीएसओ मैडम आप एसी ऑफिस से बाहर ही नहीं निकलना चाहता है। अगर नौकरी नहीं करना चाहती हैं तो बाहर तबादला करा लो। मंत्री के इतना कहते ही डीएसओ ने कहा था कि तबादला करा दीजिए। इससे नाराज केबिनेट मंत्री ने उनको तबादला के लिए प्रार्थना पत्र लिखने और बाहर निकल जाने के लिए कह दिया था।