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कोरोना से जंग में जेल में मास्क तैयार कर रहे बंदी

भरतपुर. कोरोना वायरस से इस जंग में देश में अलग-अलग स्तर पर इन दिनों हर कोई जी-जान से जुटा हुआ है।

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कोरोना से जंग में जेल में मास्क तैयार कर रहे बंदी

कोरोना से जंग में जेल में मास्क तैयार कर रहे बंदी

भरतपुर. कोरोना वायरस से इस जंग में देश में अलग-अलग स्तर पर इन दिनों हर कोई जी-जान से जुटा हुआ है। इसमें प्रदेश के केन्द्रीय कारागारों से भी मदद मिल रही है। यहां के बंदी इन दिनों लोगों के बचाव के लिए मास्क बना रहे हैं। केन्द्रीय कारागार सेवर में भी मास्क बनाने का कार्य चल रहा है। इन मास्कों को सेवर के अलावा भरतपुर संभाग की अन्य सभी जेलों में दूसरे बंदी और स्टाफ के लिए भेजे गए हैं। अब अन्य विभागों से ऑर्डर मिलने पर जेल प्रशासन सप्लाई करने में जुटा हुआ है। पहला ऑर्डर भरतपुर आरएसी से मिला है।

गौरतलब रहे कि गत दिनों कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जेल प्रशासन ने प्रदेश के सभी केन्द्रीय कारागारों को सैनेटाइज करने और यहां बंदियों द्वारा संचालित फैक्ट्रियों में मास्क बनाने के आदेश दिए थे। जिसके तहत भरतपुर के केन्द्रीय कारागार में भी बंदियों की ओर से कपड़े के मास्क बनाए जा रहे हैं।


जेल में कपड़े के मास्क पुरुष व महिला बंदी तैयार कर रहे हैं। इसमें टेलरिंग का कार्य जानने वाले करीब 14 बंदी शामिल हैं। इसके अलावा महिला जेल में करीब 40 से 50 महिलाएं भी अपना सहयोग कर रही हैं। जेल में फैक्ट्री समय में यह कार्य हो रहा है और तय 8 घंटे में इन दिनों टेलरिंग कार्य में प्रशिक्षित बंदी कपड़े के मास्क बनाने में लगे हुए हैं।


केन्द्रीय कारगार में अभी तक बने मास्कों को पहले भरतपुर संभाग की जिला और उप कारागारों में सप्लाई किए गए हैं। इसमें धौलपुर, सवाईमाधोपुर, गंगापुरसिटी, हिण्डौन, करौली, डीग व बयाना उपकारागार शामिल है। इन जिलों में बंदी और स्टाफ के लिए करीब 2750 मास्क भेजे जा चुके हैं। इससे पहले सेवर जेल के बंदी और स्टाफ में मास्कों का वितरण हो चुका है।


जेल में मास्क बनाने का कार्य नो प्रॉफिट-नो लॉस पर हो रहा है। कपड़े से बन रहे एक मास्क की कीमत करीब 8.40 रुपए आ रही है। इसमें केवल मास्क बनाने में लगे बंदियों की श्रम राशि ही निकल रही है। अब जेल प्रशासन को बाहर से भी ऑर्डर मिलना शुरू हो गया है। पहला ऑर्डर भरतपुर आरएसी से करीब 700 मास्कों का मिला है। इस ऑर्डर की सोमवार को सप्लाई कर दी जाएगी।

केंद्रीय कारागार सेवर के अधीक्षक सुधीर पूनियां ने बताया कि जेल में बंदियों की ओर से मास्क तैयार किए जा रहे हैं। इस कार्य में महिला बंदी भी सहयोग कर रही है। मण्डल की अन्य जेलों में भी यहां बने मास्कों को वितरण किया जा चुका है। प्रशासन के जरिए बाहर से ऑर्डर मिलने पर मास्क बनाए जाएंगे।