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18 साल बाद पति-पत्नी का हुआ मिलन, दुल्हन बनाकर ले गए

भरतपुर के अपना घर का प्रकरण

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अपना घर आश्रम में शनिवार को कर्नाटक के गांव मटौली, थाना, अफजलपुर, जिला गुलबर्गा से अपनी पत्नी को लेने आए पति शिवलिगप्पा श्रृंगार का सारा सामान लेकर आए और यही पर सिंदूर का टीका लगाकर मंगलसूत्र, कंगन, झुमके, बाली व वस्त्र पहनाएं। उन्होंने बताया कि यह उनकी पहली शादी थी जबकि उन्होंने प्रभुजी ललिता के घर से निकलने के बाद दूसरी शादी कर ली थी और प्रभुजी के दो छोटे बेटे एवं एक बेटी का पालन पोषण इनकी दूसरी पत्नी महानंदा ने किया। 18 साल पूर्व बिछुडी प्रभुजी ललिता के पति ने अपने तीन बच्चों को पालने के लिए दूसरी की, लेकिन जब घर पर सूचना पहुंची तो दूसरी पत्नी महानंदा ने अपने पति शिवलिगप्पा को उनकी पूर्व पत्नी या ये कहे कि सौतन को मंगलसूत्र सहित 16 श्रृंगार का सामान लेकन अपनाघर आश्रम भेजा तथा अपनाघर में आकर एक बार उन्हें मंगलसूत्र पहनाया तथा मांग भरने के साथ ही कंगन, कानों के झुमके व नाक में बाली भी पहनाई। वहीं लाल रंग की साडी एवं श्रृंगार आदि का जो भी सामान लेकर आए थे वह पहनाया, जिस तरह से नवविवाहिता को ले जाते वैसे ही यहां से लेकर गए। महिला प्रभुजी 2013 में चेरिटेबल ट्रस्ट सूरत में रेस्क्यू की गई थी और स्थान अभाव के कारण अपना घर भरतपुर में भर्ती कराया था। इनका तभी से उपचार चल रहा था, इनके स्वास्थ्य में सुधार होने के उपरांत इन्होंने अपना पता बताया और इनके बताए गए पते पर पुलिस के माध्यम से संपर्क किया गया। इनके पति शिवलिगप्पा ने बताया कि जब प्रभुजी ललिता घर से निकली थी तब दो बेटे और एक छोटी बेटी थी उनके परिवरिश के लिए मैने दूसरी शादी महानंदा के साथ कर ली। दूसरी पत्नी महानंदा ने इन तीनों बच्चों की परिवरिश की पढा लिखाकर बडा किया, जिनमें बडा विनायक बैंगलोर यूनिवर्सिटी में संविदा पर क्लर्क, छोटा बेटा भोपाल में कपडे की फैक्टी में जॉब करते है, जबकि बेटी की शादी भी कर दी। यहां की सूचना लेकर जैसे ही पुलिस वाले घर पहुंचे तो भरोसा ही नहीं हुआ कि पहली पत्नी जिंदा है, हम तो मृत समझकर दूसरी शादी भी कर चुके थे, फिर उन्होंने वीडियो कांफ्रेन्सिंग से बात कर सत्यापन के उपरांत यह मालूम किया कि अभी वह जिंदा है, अपनी दूसरी पत्नी महानंदा को बताया कि राजस्थान के आश्रम में जिंदा है। वहां से सूचना आई है। पता चलते ही घर में खुशी का माहौल था और दूसरी पत्नी और बच्चों ने कहा उन्हें अभी जल्दी लेकर आओं। इसमें सबसे ज्यादा खुशी दूसरी पत्नी महानंदा को हो रही थी। शनिवार को अपना घर की पुर्नवास प्रक्रिया पूर्ण कर अपनी पत्नी ललितस को अपने साथ ले गए।