
सात साल पहले लापता हुई थी बहन, रक्षाबंधन से एक दिन पहले मिलाया
भरतपुर. रक्षाबंधन से एक दिन पहले सात साल पहले बिछड़ा भाई मिला। सात साल पहले आरती मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से घर से लापता हो गई। भाई ने कई साल तक अपनी बहन को शहर दर शहर ढूंढा लेकिन कहीं कोई पता नहीं लगा। किस्मत से रक्षाबंधन से ठीक एक दिन पहले भाई को अपनी बहन के जीवित और स्वस्थ होने की सूचना मिली। भाई बिना समय गवाएं अपनी बहन को लेने के लिए भरतपुर के अपना घर आश्रम आ पहुंचा। बुधवार सुबह आरती का सात साल बाद अपने भाई से मिलन हुआ। आरती अब कल गुरुवार को अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकेगी।
अपना घर आश्रम की अध्यक्ष बबीता गुलाटी ने बताए कि एक माह पहले बझेरा स्थित अपना घर आश्रम में लखनऊ के अपना घर आश्रम से 35 वर्षीय आरती को लाया गया। उस समय आरती की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। इनका अपना घर आश्रम में उपचार किया गया और काउंसलिंग की गई। मानसिक स्थिति थोड़ी ठीक होने पर आरती ने अपने घर का पता उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में बताया। आरती ने अपने घर का पता बताने के बाद अपना घर आश्रम की टीम ने आरती के परिजनों से संपर्क किया और उनके भाई शिवकुमार से बात हुई। शिवकुमार को उनकी बहन के जीवित होने की सूचना दी, जिसके तुरंत बाद बुधवार को शिवकुमार अपनी बहन को लेने अपना घर आश्रम पहुंच गए। आरती के भाई शिवकुमार ने बताया कि मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से सात साल पहले आरती अपने ससुराल से लापता हो गई। आरती को कई साल तक ढूंढा। लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला। आखिर में थक हार कर परिजनों ने आरती के मिलने की उम्मीद छोड़ दी। लेकिन अब अचानक से अपना घर आश्रम से आरती के जीवित और स्वस्थ होने की सूचना मिली।
आज सात साल बाद बांधेगी भाई को राखी
आरती ने बताया कि वो सात साल बाद अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्यौहार मनाएगी। भाई से मिलने की खुशी आरती के चेहरे पर साफ झलक रही थी। बबीता गुलाटी ने बताया कि आरती के लिए यह रक्षाबंधन खुशियां लेकर आया है।
Published on:
10 Aug 2022 10:12 pm
बड़ी खबरें
View Allभरतपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
