
जिले में संचालित निजी स्कूलों में हो रही गड़बडिय़ों की जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक प्रथम) कैलाश चंद यादव ने पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ) को जांच कर सात दिन में रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि निजी स्कूलों को लेकर कई तरह की शिकायतें मिलती रहती हैं। इसके लिए शीघ्र ही जिलास्तरीय जांच दल का नए सिरे से गठन भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बिना मान्यता के स्कूल चलाने, एक स्कूल की मान्यता से दूसरा स्कूल चलाने, मान्यता से अधिक कक्षाओं का संचालन करने, स्वीकृत माध्यम के अलावा अन्य माध्यम से पढ़ाई कराने, बिना स्वीकृति के दो पारियों में स्कूल संचालित करने, निर्धारित पाठ्यक्रम के अलावा पाठ्यक्रम से पढ़ाई कराने, दुकान विशेष से पुस्तकें व अन्य सामग्री खरीदने के लिए पाबंद करने, बच्चों को क्षतिग्रस्त भवनों में बिठाने जैसी शिकायतें मिलती रहती हैं।
पत्रिका ने उठाया था मामला
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों जिले के रुदावल कस्बे में बिना मान्यता के अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने, बिना मान्यता से उच्च कक्षाओं का संचालन करने जैसी शिकायतें हुई थी। इस मामले को पत्रिका ने 10 जुलाई के अंक में 'मान्यता सरकार की, पाठ्यक्रम मर्जी काÓ शीर्षक से प्रकाशित किया था। इस पर हरकत में आए ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी ने बुधवार को स्कूलों की जांच की, जिसमें कई तरह की गड़बडिय़ां सामने आई थी, जिस पर संबंधित स्कूलों को नोटिस देकर जवाब मांगा है।
खैल मैदानों के विकास के लिए मांगे प्रस्ताव
भरतपुर. माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में खेल मैदानों के विकास के लिए प्रस्ताव तैयार कर मनरेगा के माध्यम से भिजवाने को कहा है। जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक प्रथम) ने बताया कि सभी संस्था प्रधान खेल मैदान की चारदीवारी, मैदान का समतलीकरण, प्रार्थना सभा स्थल, स्टेज आदि का तीन प्रतियों में ब्लयू प्रिंट तैयार कराकर मनरेगा के सक्षम अभियंता से प्रमाणित कराकर 15 जुलाई तक प्रस्ताव भिजवा दें।
Published on:
14 Jul 2017 11:55 am
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