
मिड-डे-मील की बैठक में शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों के पूरी तैयारी से नहीं पहुंचने के कारण जिला कलक्टर खफा हो गए।
हुआ यूं बुधवार को कलक्ट्रेट में मिड-डे-मील की व्यवस्था पर जिला कलक्टर को बैठक लेनी थी। इसमें प्रारम्भिक शिक्षा के जिला शिक्षा अधिकारी भगवान सहाय सैनी को पहुंचना था, लेकिन वे हाईकोर्ट में चले गए और इसकी सूचना जिला कलक्टर को नहीं दी गई।
उनकी गैर मौजूदगी में मिड-डे-मील के प्रभारी पहुंचे, लेकिन वे बैठक में मिड-डे-मील से जुड़ा पूरा रिकॉर्ड ही लेकर नहीं गए। बैठक की शुरूआत में ही बयाना और कामां क्षेत्र में मिड-डे-मील का गेहूं नहीं पहुंचने का मामला उठा तो रसद विभाग की तरफ से इस पर आपत्ति जताई गई और पूछा गया कि यह बताया जाए कि कहां गेहूं नहीं पहुंचा। इस पर मिड-डे-मील प्रभारी कुछ बता नहीं पाए।
रसद विभाग ने यह भी कहा कि रूपवास में गेहूं की आपूर्ति के लिए ठेकेदार को यह ही नहीं बताया गया कि कहां-कितना गेहूं भेजा जाना है। इस पर मिड-डे-मील प्रभारी जवाब नहीं दे पाए। इससे जिला कलक्टर खफा हो गए और वे बैठक को स्थगित कर चले गए।
-डीईओ बैठक में आए नहीं। हाईकोर्ट जाने की उन्होंने सूचना दी होती तो बैठक को बाद में कर लेते। बैठक में उनके स्थान पर आया व्यक्ति पूरी तैयारी के साथ नहीं आया था। इस मामले को गंभीरता से लिया है और जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. एनके गुप्ता, जिला कलक्टर, भरतपुर।
-ब्लॉकों से खाद्यान्न आवंटन की सूचना कई बार मांगे जाने के बाद भी समय पर नहीं मिली थी। इस कारण जिला कलक्टर को समय पर सूचना नहीं दे सके। बाद में उन्हें बीईईओ कार्यालय से तत्काल सूचना मंगा कर दी गई। सूचना देने में ढिलाई बरतने के कारण जिम्मेदार ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ओमप्रकाश खूंटेला, प्रभारी, मिड-डे-मील, भरतपुर।
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