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राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 : सोशल मीडिया पर पोस्ट बढ़ा रही प्रत्याशियों का चुनावी खर्च, जानिए कैसे

Rajasthan Election: सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट के बढ़ते हुए व्यू, लाइक, यूजर्स किसे पसंद नहीं आते...। कई लोग तो इसे अपनी सोशल असेस्ट्स मानते हैं लेकिन चुनाव में प्रत्याशियों की यह संपत्ति उनका खर्च बढ़ाने वाली भी है।

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Rajasthan Assembly Election 2023 : सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट के बढ़ते हुए व्यू, लाइक, यूजर्स किसे पसंद नहीं आते...। कई लोग तो इसे अपनी सोशल असेस्ट्स मानते हैं लेकिन चुनाव में प्रत्याशियों की यह संपत्ति उनका खर्च बढ़ाने वाली भी है। यूट्यूब पर उनका चुनावी विज्ञापन प्रदर्शित करते हैं तो एक व्यक्ति के देखने पर उनके चुनावी खर्च में 30 पैसे का खर्च बढ़ा देगा। इसी तरह सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म का उपयोग भी खर्च बढ़ाने वाला ही है।

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विधानसभा में पहुंचने के लिए कई प्रत्याशी चुनाव प्रचार में सोशल मीडिया का भी जमकर उपयोग कर रहे हैं। प्रत्याशियों के लिए यह ऐसा माध्यम साबित हो रहा है। इसके जरिए वे बेहद कम समय में बड़े समूह में लोगों के बीच अपनी बात रख पा रहे हैं।

हालांकि प्रिंट, इलेक्ट्रानिक मीडिया के विज्ञापन की तरह सोशल मीडिया के विज्ञापन का खर्च भी चुनावी खर्च में भी जुड़ेगा। प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया की तरह सोशल मीडिया पर भी विज्ञापन प्रसारित करने के लिए अनुमति लेना होगी। इनके लिए तय नीति अनुसार दरें भी निर्धारित की गई है। चुनावी खर्च में बल्क एसएमएस के खर्च को भी शामिल किया गया है। इनके अलावा यदि अभ्यर्थी सामान्य चुनावी पोस्ट करता है तो उसका भी निर्धारित न्यूनतम शुल्क खर्च के ब्योरे में जुड़ेगा।

हर पोस्ट पर पैनी नजर: चुनाव आयोग के निर्देशानुसार विज्ञापन, समाचार आदि पर निगरानी के लिए जिला स्तरीय एमसीएमसी कमेटी गठित की गई है। दल प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया पर आने वाले समाचार, विज्ञापन की निगरानी तो कर ही रहा है, सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी गई है। इसके लिए सभी प्रत्याशियों से उनके सोशल मीडिया के विभिन्न अकाउंट आइडी प्राप्त किए हैं। इन पर अपलोड होने वाली पोस्ट के कंटेंट, विज्ञापन आदि का सतत अवलोकन हो रहा है।

जानिए सोशल मीडिया पर विज्ञापन का कितना खर्च जुड़ेगा:-
1. डिस्पले बैनर विज्ञापन, इंटरनेट पर 300 गुणा 350 पिक्सल

(इम्प्रेशन आधारित एडवटाइजमेंट डिलीवरी)
दर: 35 रुनए प्रति एक हजार इंप्रेशन (सीपीटीआइ), उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की संख्या 20 लाख या इससे अधिक हो। 5.25 सीपीटीआई, उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की संख्या 2.5 लाख से 20 लाख तक हो।

2. डिस्पले बैनर विज्ञापन, इंटरनेट पर 728 गुणा 90 पिक्सल
(इम्प्रेशन आधारित एडवटाइजमेंट डिलीवरी)
दर: 38 रुपए सीपीटीआई, उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की सख्या 20 लाख या इससे अधिक हो। 5.65 रुपए सीपीटीआई, उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की सख्या 2.5 लाख से 20 लाख तक हो।

3. फिक्स्ड डिस्प्ले बैनर/वीडियो विज्ञापन, वेबसाइट होम पेज पर 24 घंटे के लिए प्रदर्शन
दर: 75 हजार रुपए, उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की संख्या 20 लाख या इससे ज्यादा हो।

4. फिक्स्ड डिस्प्ले बैनर/वीडियो विज्ञापन
दर: 25 हजार रुपए, उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की संख्या 20 लाख या इससे ज्यादा हो।

5. फिक्स्ड डिस्प्ले बैनर/वीडियो विज्ञापन, वेबसाइट होम पेज पर दोपहर 12 से शाम 6 बजे तक के लिए प्रदर्शन
दर: 50 हजार रुपए, उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की संख्या 20 लाख या इससे ज्यादा हो।

6. फिक्स्ड डिस्प्ले बैनर/वीडियो विज्ञापन, वेबसाइट होम पेज पर शाम 6 से रात 12 बजे के लिए प्रदर्शन
दर: 17 हजार 500 रुपए, उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की संख्या 50 लाख या इससे ज्यादा हो। 15 हजार रुपए, उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की संख्या 20 लाख से 50 लाख हो।

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7. वीडियो विज्ञापन
(इंप्रेशन आधारित एडवरटाइजमेंट डिलीवरी)
दर: 0.8 रुपए सीपीटीआइ, उस स्थिति में जब वेबसाइट के यूनिक यूजर्स की सख्या 50 लाख से ज्यादा हो। 0.1 रु. 5.65 रु. सीपीटीआइ, उस स्थिति में जब वेबसाइट के युनिक यूजर्स की सख्या 2.5 लाख से 20 लाख तक हो।

8. यू ट्यूब पर वीडियो विज्ञान
दर: 30 पैसे प्रति व्यू