अब मेयर ने बगैर पट्टा आवासीय निर्माण मंजूरी को लेकर भेजा यू-नोट नगर निगम में मेयर व आयुक्त के बीच विवाद जारी है। हर दिन किसी ने किसी प्रकरण में यू-नोट या पत्र के माध्यम से शिकायत व सवाल-जबाव किए जा रहे हैं। ऐसे में गुरुवार को मेयर अभिजीत कुमार ने एक यू-नोट आयुक्त के पास भेजा है। इसमें बताया कि 18 सितंबर 2020 को कुम्हेर गेट बाहर एलोरा होटल व पेट्रोल पंप के पीछे परकोटे की भूमि पर बिना पट्टे के जो आवासीय निर्माण मंजूरी कर दी गई। उसकी मूल पत्रावली व तथ्यात्मक रिपोर्ट चाही गई जो आज तक अप्राप्त है। उक्त भूमि कच्चे डंडे पर निगम के अधिकार क्षेत्र में स्थित भूमि है। उक्त भूमि पर आवासीय निर्माण मंजूरी जारी कर दी गई है। कच्चा डंडा स्थित भूमि पर मौके पर व्यावसायिक प्रयोजनार्थ 11 दुकानों का अवैध निर्माण किया गया है। जबकि मंजूरी आवासीय निर्माण की जारी होना बताया गया है। व्यावसायिक उपयोग के लिए किए गए इस अवैध निर्माण के विरूद्ध आपके स्तर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। न ही इस अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है और न ही इनकी सीजर की कार्रवाई अमल में लाई गई है।
पार्षद संजय शुक्ला बोले: हमने विवाद खत्म कराने की कोशिश की शहर कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष एवं पार्षद संजय शुक्ला ने कहा कि नगर निगम में चल रहे विवाद को खत्म कराने के लिए 43 पार्षदों ने बैठक कर मेयर के पास जाकर कोशिश की थी। जिस पार्षद ने धमकाने का आरोप लगाया है वह बिल्कुल गलत है। गत माह से नगर निगम में केवल विवाद पर विवाद हो रहे हैं शहर की किसी को चिंता ही नहीं है विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं विवाद के बीच कोई नई योजना नहीं बन पा रही है। अगर सभी पार्षदों मेयर व आयुक्त में सामंजस्य बैठता है तो निश्चित ही विवादों से छुटकारा तो मिलेगा ही साथ ही शहर का विकास भी पटरी पर आ जाएगा। इसी के प्रयास में गत दिवस भाजपा पार्षद नरेश जाटव से बात की थी। इस मामले में जिला कलक्टर को भी ज्ञापन दिया गया था।
दूसरा गुट बैठक कराने पर अड़ा, मतलब अब भी बैठक पर संकट शहरी सरकार के दो मुखियाओं के बीच चल रही लड़ाई के साथ ही अब आंतरिक रणनीति का भी खेल शुरू हो गया है। जहां गुटों का नेतृत्व कर रहे मुखिया पार्षदों को हर दिन रणनीति तय कर बता रहे हैं तो इसी रणनीति के तहत पार्षदों के दूसरे गुट ने मेयर को ज्ञापन देकर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक कराने की मांग रखी। हालांकि मेयर ने अभी तक इस पत्र का कोई जबाव नहीं दिया है। बताते हैं कि इससे पहले भाजपा के पार्षद भी दो बार ज्ञापन देकर बैठक कराने की मांग कर चुके हैं। यह भी बताया जा रहा है कि मेयर गुट को बैठक में विवाद की भी आशंका है। साथ ही एजेंडा पर बैठक में चर्चा होना भी मुश्किल है। इसलिए बैठक होना भी मुश्किल नजर आ रहा है।
-पार्षदों ने मुझे बैठक कराने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया है। मैं तो बैठक कराने के लिए पूर्व में आए एजेंडा में शामिल बिंदुओं की विस्तृत जानकारी के लिए लिख चुका हूं। यह जानकारी आते ही पार्षदों को अवगत कराया जाएगा। कुछ दिन पहले पार्षदों ने जो ज्ञापन दिया था उसी ज्ञापन के आधार पर बैठक कराने का प्रस्ताव बना था। इसके लिए मैंने कुछ बिंदु भी एजेंडा में शामिल कराने के लिए भेजे थे।
अभिजीत कुमार
मेयर नगर निगम
-जिस भूमि की बात की जा रही है, वह तीसरी बार खरीदी गई है। पंजीकृत दस्तावेजों के आधार पर 286.11 वर्गगज जमीन पर भवन निर्माण की अनुमति दी गई है। कुल भूमि 1600 वर्गगज भूमि है। इकरारनामा वाली भूमि पर कोई भवन निर्माण स्वीकृति नहीं दी है। बगैर स्वीकृति निर्माण लेकर संबंधित शाखा से नोटिस भी गया है।
नीलिमा तक्षक
आयुक्त नगर निगम