विरोध के लिए अपनाया अनोखा तरीका,
भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र में बोनस को लेकर लगी आग शांत होने का नाम नहीं ले रही है। बोनस आने के बाद कर्मियों ने नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील (एनजेसीएस) नेताओं को अपने खाते से ऑन लाइन 1-1 रुपए भेजा है। इसके बाद उसे सोशल मीडिया में शेयर कर दिया है। इसे एनजेसीएस यूनियन नेताओं की साख में बट्टा के तौर पर देखा जा रहा है। एनजेसीएस नेताओं को अलग-अलग नाम से भी सोशल मीडिया में कर्मचारी संबोधित कर रहे हैं।
विरोध के लिए अपनाया अनोखा तरीका
सेल के कर्मियों ने बोनस 23000 रुपए दिए जाने के खिलाफ में विरोध करने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने एक-एक रुपए एनजेसीएस नेताओं को भेजकर विरोध का अनोखा तरीका अपनाया है। दूसरे यूनिट में भी इसको लेकर खासा चर्चा हो रही है। वहीं बड़े संगठन के नेता इस मामले में खामोश हैं। कर्मचारी पूछ रहे हैं, कि जब बोनस को लेकर समजौता नहीं हुआ है, तब कैसे यह रकम भेजी जा रही है।
प्रबंधन और एनजेसीएस नेता मिले हुए
कर्मियों को आशंका है कि सेल प्रबंधन और एनजेसीएस नेता मिले हुए हैं। वे महज दिखावा के लिए विरोध कर रहे थे। नेताओं को पहले से जानकारी थी, कि कर्मियों के खाते में बोनस की रकम कब और कितनी पहुंचने वाली है।
आखिर किया कर्मियों ने यह फैसला
बीएसपी कर्मियों ने आखिर में सोशल मीडिया में तय किया, कि एनजेसीएस नेताओं को त्योहार मनाने के लिए वे 1-1 रुपए ऑन लाइन भेजेंगे। इसके बाद एक-एक कर सभी ने भेजना शुरू किया। सोशल मीडिया में कुछ ही देर में एक-एक कर स्क्रीन शॉर्ट आने लगे, जो कर्मियों के गुस्से को दर्शा रहे थे, पर इस बार बिना विवादित बयान के, वे पैसा देकर अपने मन की बात, हर कर्मी तक पहुंचाने में कामयाब हुए हैं।
शीर्ष नेताओं के साथियों को भी 50 पैसा भेजने तैयार
सोशल मीडिया में कर्मचारी यह भी कहने से नहीं बच रहे, कि वे शीर्ष नेताओं के साथ-साथ उनके साथियों को भी 50 पैसा भेज सकते हैं। इसके लिए उनके नंबर की जरूरत होगी। यह पैसा वे पूजा मनाने के नाम पर दे रहे हैं। कर्मियों की नाराजगी लगातार बढ़ रही है। इस बात का इल्म यूनियन नेताओं को भी है।
सेल चेयरमैन चुपके से लौटे
बोनस को लेकर कर्मचारी नाराज हैं। इस बीच सेल चेयरमैन दल्ली माइंस आए और लौट भी गए। यह यात्रा बेहद गोपनीय रही। अन्य विषय पर सेफी के चेयरमैन कर्मियों को साथ लेकर चलते हैं। सेल चेयरमैन आए, तब वे उनसे मिलने अपनी टीम के साथ गए। यूनियन नेताओं को सेल चेयरमैन के आने की खबर नहीं थी या वे उनकी मुखालिफत करने से बच रहे हैं। यह स्पष्ट नहीं हो रहा है। कर्मचारी इस वजह से भी नाराज हैं।