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अर्बन प्लानिंग कोर्स को मिली आईटीपीआई की मान्यता, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्टर में अब विवि की रहेगी अहम भूमिका

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टाउन प्लानर्स(आईटीपीआई) ने मान्यता दे दी है।

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csvtu bhilai

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Bhilai --छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय की यूटीडी में संचालित एमटेक इन अर्बन प्लानिंग कोर्स को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टाउन प्लानर्स(आईटीपीआई) ने मान्यता दे दी है। विवि में यूटीडी की शुरुआत के दूसरे साल में यह कोर्स शुरू किया गया था, जिसे सबसे अधिक रुझान मिला। सीएसवीटीयू में प्रदेश में पहला संस्थान है जो अर्बन प्लानिंग में एमटेक कराता है। अब आईटीपीआई से मान्यता मिलने के बाद इस डिग्री की वैल्यू और भी अधिक बढ़ेगी।

हमारे विद्यार्थियों को क्या होगा फायदा
मान्यता मिलने से छात्रों के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ जाएगी। अध्ययनरत छात्रों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। छात्र अपने डिग्री एवं अर्जित ज्ञान का उपयोग राज्य एवं देश में चल रहे विकास के कार्य को करने में कर सकते हैं। राज्य एवं राष्ट्रिय स्तर पर चल रही योजनओं एवं प्रोजेक्ट में विश्वविद्यालय के छात्र अहम भूमिका निभाएंगे। जिससे इस विश्वविद्यालय एवं प्रदेश का नाम रौशन होगा। देश में आज तकरीबन पांच हजार ही रजिस्टर्ड अर्बन प्लानर्स हैं जो कि जनसंख्या के अनुपात में बहुत कम है। किसी भी देश या राज्य में स्मार्ट सिटी बनाने के लिए रजिस्टर्ड अर्बन प्लानर्स की जरुरत होती है, जो अब सीएसवीटीयू तैयार करेगा।

इस साल सबसे पहले भरीं सीटें
इस कोर्स में अध्ययनरत विद्यार्थियों के साथ ही सीएसवीटीयू अब स्मार्ट सिटी की प्लानिंग में योगदान देगा। हर साल १० सीटों पर इस कोर्स में प्रवेश दिया जाता है। जिसमें हमेशा से ही सीटों के लिए हाई डिमांड रहती है। इस साल हुए प्रवेश में भी अर्बन प्लानिंग कोर्स की सीटें सबसे पहले भरीं।

वर्जन .
हमारे विद्यार्थी तकनीकी ज्ञान एवं कौशल का उपयोग समाज एवं राष्ट्र के कल्याण के लिए करेंगे। आईटीपीआई से कोर्स को मान्यता मिलने के बाद इस डिग्री की वैल्यू भी कई गुना बढ़ जाएगी।
प्रो. एमके वर्मा, कुलपति, सीएसवीटीयू

वर्जन .
भारत सरकार द्वारा संचालित स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स में पूर्व में उत्तीर्ण छात्र भूमिका निभा सकते हैं। विश्वविद्यालय इस बात को ध्यान में रख कर इस कोर्स को संचालित कर रहा है। भविष्य में नए-नए आयामों के माध्यम से इसे और प्रयोगवादी बनाने की योजना है।
प्रो. मनोज कुलश्रेष्ठ, समकुलपति, सीएसवीटीयू