
Navodaya Vidyalaya
बेमेतरा. जून माह से प्रारंभ होने वाली जवाहर नवोदय विद्यालय की कक्षाएं जिले में अब तक प्रारंभ नहीं होने से पालक चिंतिंत हैं। पढ़ाई में पिछडऩे के भय से चयनित बच्चों के पालक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कक्षाएं प्रारंभ होने की जानकारी लेने पहुंच रहे हैं। लेकिन विभाग के अधिकारी भी संतोषजनक जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं। परिणामस्वरूप पालकों को मायूस लौटना पड़ रहा है।
16 अगस्त तक शुरू होनी थी नवोदय विद्यालय की कक्षाएं
नवोदय विद्यालय, बोरई दुर्ग की प्रभारी प्राचार्य मंजू तिवारी ने बताया कि 9 अगस्त को बेमेतरा जिला मुख्यालय में खिलोरा स्कूल भवन के निरीक्षण के लिए पहुंची थी। जहां भवन को आवासीय विद्यालय के अनुरूप दुरुस्त करने को लेकर काफी काम किया जाना था। भवन निरीक्षण में पाई गई कमियों को कलक्टर कार्तिकेया गोयल को अवगत कराते हुए निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग के माध्यम से शीघ्र दुरुस्त करने का आग्रह किया था। वहीं कलक्टर बेमेतरा की मंशा 16 अगस्त तक नवोदय विद्यालय की कक्षाएं प्रारंभ करने की थी। लेकिन अगस्त महीना समाप्त होने के बाद भी कक्षाएं प्रारंभ होने की संभावना नहीं के बराबर है।
वस्तुस्थिति से संभागीय कार्यालय को कराया अवगत
निरीक्षण मे पहुंची प्राचार्य मंजू तिवारी ने बताया कि भवन का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति की रिपोर्ट संभागीय कार्यालय भोपाल को भेजी गई हैं। ज्ञात हो कि दिसम्बर माह में तय हो चुका था, कि खिलोरा के नवनिर्मित स्कूल भवन में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत नवोदय विद्यालय की कक्षाएं लगनी है। करीब 7 माह पूर्व निरीक्षण के लिए पहुंचे संभागीय कार्यालय के अधिकारियों ने तत्कालीन कलक्टर रीता शांडिल्य से समय सीमा में भवन को आवासीय विद्यालय के अनुरूप बनवाने की बात कही थी। लेकिन विभाग के अधिकारियों की कोताही का आलम यह है कि अगस्त माह बीत जाने के बाद भी भवन रहने लायक नहीं बना है। भवन निरीक्षण के दौरान डीईओ एके भार्गव, ईई पीडब्ल्यूडी अशोक वर्मा ने अधिकारियों को सत्र प्रारंभ होने के पूर्व व्यवस्था बनाने का आश्वासन दिया था, जो अब तक नहीं हुआ है।
पीडब्ल्यूडी के दावे खोखले
ईई पीडब्ल्यूडी एके वर्मा के अनुसार, भवन में स्विच बोर्ड, विद्युतीकरण, दरवाजे, खिड़की सहित अन्य कार्य पूर्ण कर लिए गए है। लेकिन धरातल पर परिस्थितियां विपरीत है। स्कूल भवन का पत्रिका टीम द्वारा निरीक्षण करने पर स्विच बोर्ड अभी भी टूटे मिले, वहीं विद्युत केबल जगह-जगह से उखड़े हुए पाए गए। ऐसे में छात्रों के भविष्य के प्रति संबंधित विभाग प्रमुख की गंभीरता उजागर हो रही है। कलक्टर के निर्देश के बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग प्रमुख के स्कूल भवन को दुरुस्त करने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
दो मजदूरों के भरोसे यूरिनल व शौचालय का निर्माण
खिलोरा स्कूल भवन को आवासीय विद्यालय के अनुरूप बनाने निर्माण एजेंसी आरईएस के अंतर्गत 10 यूरिनल व 4 शौचालय का निर्माण बीते एक माह से जारी है। जहां दो मजदूरों के भरोसे निर्माण कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है। ऐसी स्थिति में निर्माण को गति देने मजदूरों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता हैं। लेकिन इस ओर निर्माण एजेंसी व ठेकेदार द्वारा गंभीरता नहीं बरती जा रही है। परिणामस्वरूप निर्माण में विलंब की वजह से कक्षाएं प्रारंभ होने में बाधा आ रही है।
संसाधनों की पूर्ति के बाद ही प्रारंभ हो पाएगी कक्षाएं
9 अगस्त को खिलोरा स्कूल भवन के निरीक्षण के पश्चात, रिपोर्ट तैयार कर संभागीय कार्यालय भोपाल को भेजी गई है। टीचिंग स्टाफ, फर्नीचर, कंप्यूटर सेट, इंटरनेट कनेक्शन सहित अन्य आवश्यकताओं के लिए फंड संभागीय कार्यालय द्वारा मुहैया कराया जाएगा। स्थानीय व्यवस्थाएं दुरुस्त होने के साथ संभागीय कार्यालय से संसाधनों की पूर्ति के बाद ही कक्षाएं प्रारंभ हो पाएगी।
मंजू तिवारी, प्रभारी प्राचार्य, नवोदय विद्यालय-बोरई, दुर्ग
Published on:
29 Aug 2017 12:37 am
बड़ी खबरें
View Allभिलाई
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
