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Bhilwara news: ईआरसीपी के नाम पर झूठ बोलते हैं डोटासरा, कांग्रेस को राम के नाम से चिढ़ है

- प्रदेश के जल संसाधन मंत्री और पुष्कर विधायक सुरेश रावत से बातचीत

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Dotasara lies in the name of ERCP, Congress is irritated by the name of Ram

Dotasara lies in the name of ERCP, Congress is irritated by the name of Ram

Bhilwara news: प्रदेश के जल संसाधन मंत्री और पुष्कर विधायक सुरेश रावत ने कहा कि ईआरसीपी के नाम पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा झूठ बोलते हैं। परियोजना का नाम राम शब्द से रखने के कारण कांग्रेस चिढ़ती है। डोटासरा हमेशा उल्टे-सीधे बयान देते हैं। क्योंकि वे झूठ का ढोल हैं। अजमेर दरगाह में परिवादी विष्णु गुप्ता पर हमले के मामले में मंत्री ने कहा कि पुलिस को मामले में सख्त कार्रवाई करने को कहा है।

रावत शनिवार को भीलवाड़ा में भाजपा कार्यालय में संविधान गौरव दिवस में हिस्सा लेने आए थे। इस मौके पर मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि संविधान को लेकर दूसरी पार्टियां भ्रम फैला रही है। जबकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को सम्मान दिया। भाजपा अंबेडकर की जन्मस्थली और कर्मस्थली सहित पांच प्रमुख स्थान चिन्हित कर पंच तीर्थ के रूप में विकसित करने का काम कर रही है। रावत ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने देश का माहौल खराब करने का काम किया। राहुल गांधी विदेश में जाकर देश के संविधान को खत्म करने की बात करते हैं।

ईआरसीपी से जुड़ेंगे और जिले

रावत ने कहा कि ईआरसीपी बहुत बड़ी योजना है। अजमेर तक इसका पानी ला रहे हैं। इंदिरा गांधी नहर परियोजना भी समय के साथ आगे बढ़ती गई। इसी प्रकार ईआरसीपी योजना भी समय के साथ आगे बढ़ती रहेगी। नारायण सागर अजमेर जिले का सबसे बड़ा बांध है। भीलवाड़ा जिला भी उससे लाभांवित होता है। वर्तमान में 13 करोड़ रुपए का भी टेंडर जारी किया है।

डोटासरा पर किया पलटवार

रावत ने कहा कि ईआरसीपी में पुराने और नए जिले मिलाकर 21 जिले लाभांवित होंगे और लाखों हैक्टेयर भूमि सिंचित होगी। यह योजना राजस्थान व मध्य प्रदेश दोनों ने मिलकर बनाई। राजस्थान में इसका नाम 'पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना' था, मध्यप्रदेश में अलग नाम था। अब राजस्थान का 'रा' और मध्यप्रदेश का 'म' को जोड़कर योजना का नाम 'राम जल सेतु लिंक परियोजना' किया गया। जैसे ही यह नाम सामने आया तो कांग्रेस में हाय-तौबा मच गई। योजना के नाम में 'राम' शब्द आते ही डोटासरा ने उल्टे-सीधे बयान देना शुरू कर दिया।