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Bhilwara news : 80 सरकारी स्कूलों में 10 से भी कम नामांकन, कहीं चार बच्चों पर दो टीचर

एक स्कूल में जीरो नामांकन, 6 विद्यालयों में 2-2 छात्र

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80 government schools have less than 10 enrollments, somewhere there are two teachers for four children

80 government schools have less than 10 enrollments, somewhere there are two teachers for four children

Bhilwara news : भीलवाड़ा जिले के सरकारी स्कूलों में नामांकन का बुरा हाल है। कहीं चार बालकों पर दो शिक्षक हैं तो कहीं शिक्षक व बालकों की संख्या बराबर है। कहीं शिक्षक एक है तो पढऩे वाले दो हैं। जिले में 80 सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जहां दस से भी कम नामांकन हैं। सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद विद्यालयों में नामांकन नहीं बढ़ाया जा सका है। स्कूलों में उच्च शिक्षित शिक्षक हैं। बेहतर कक्षा-कक्ष हैं। कंप्यूटर के साथ अन्य सुविधाएं भी हैं। पोषाहार खिलाया जाता है। हर सत्र से पहले प्रवेशोत्सव के ढोल बजाकर अभिभावकों को आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है। इसके बावजूद भी नामांकन नहीं बढ़ रहा है।

जिले के 1 स्कूल में नामांकन 0

एक ऐसा स्कूल है, जिसमें वर्तमान में नामांकन शून्य है। बिजौलिया ब्लॉक में उच्च प्राथमिक विद्यालय लक्षमीविलास है। इसके अलावा शाहपुरा ब्लॉक के धनकाखेड़ा स्थित प्राथमिक विद्यालय में 2 छात्र हैं। इसके अलावा छह विद्यालय ऐसे है जहां मात्र 3-3 छात्रों का नामांकन हो रखा है।

80 स्कूलों में 90 से अधिक शिक्षक

जिले के 80 सरकारी स्कूलों में नामांकन 10 के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाया है, जबकि इन स्कूलों में वर्तमान में करीब 90 से अधिक शिक्षक कार्यरत है।

कई समस्याए भी

जिले की सरकारी स्कूलों में वर्ततान में शौचालय की समस्या, पेयजल की समस्या, मैदान की कमी, शिक्षकों की कमी, विषयवार शिक्षण से असंबंधित शिक्षकों की नियुक्ति, अतिथि शिक्षकों की समय पर नियुक्ति न होना सरकारी स्कूलों में नामांकन में गिरावट के प्रमुख कारण हैं।

नामांकन बढ़ाने के निर्देश दिए

जिन स्कूलों में नामांकन 10 या उससे कम है, उन स्कूल के संस्था प्रधानों को नामांकन बढ़ाने के निर्देश दिए जा रहे है। स्कूलों में नामांकन नहीं बढ़ाने पर संबंधित संस्था प्रधानों व शिक्षकों को नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी।

रामेश्वर प्रसाद जीनगर, एडीपीसी