शिक्षा विभाग में व्याख्याता के लगभग 17 हजार पद खाली हैं। हाल में राज्य लोक सेवा आयोग ने व्याख्याता के 2202 पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया है, जो 11 वर्ष की भर्तियों में सबसे कम है। राज्य सरकार चार वर्ष की सभी संवर्ग के शिक्षकों की बकाया पदोन्नति जल्द करें तो शिक्षकों की कमी पूरी हो सकती है। आने वाली थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में भी पदों की संया बढ़ सकती है।
स्कूल क्रमोन्नत किए, शिक्षक नहीं सरकार ने जनप्रतिनिधियों की मांग पर जगह-जगह स्कूल क्रमोन्नत कर दिए लेकिन शिक्षक लगाना भूल गई। अधिकतर स्कूलों में व्याख्याताओं की कमी से विभिन्न विषयों में छात्रों को पर्याप्त मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा है। विज्ञान, गणित और अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषयों में छात्र को पूरा ज्ञान नहीं मिल रहा है।
शाला दर्पण पोर्टल के अनुसार रिक्त पदों की स्थिति पद स्वीकृत रिक्त पद
- प्रधानाचार्य 17,785 7,489
- व्यायाता 55,341 17,556
- वरिष्ठ अध्यापक 1,08,851 33,840
- तृतीय श्रेणी एल-2 1,06,304 18,170
- तृतीय श्रेणी एल-1 1,65,780 18,936
- शारीरिक शिक्षक 23,854 4,153
- प्रयोगशाला सहायक 4,995 1,078
अध्यापन कार्य तक प्रभावित
रिक्त पदों के कारण स्कूलों में अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं नजदीक है लेकिन पाठ्यक्रम भी पूरा नहीं हो रहा है। विद्यार्थियों का भविष्य भी प्रभावित होता है। सरकार को नई भर्ती और बकाया पदोन्नति करनी चाहिए।
नीरज शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष, शिक्षक संघ (प्रगतिशील)