
Congress takes to the streets for the protection of the Aravalli hills and for the MNREGA scheme.
अरावली पर्वतमाला के संरक्षण और मनरेगा योजना को कमजोर किए जाने के विरोध में शनिवार को भीलवाड़ा शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने हुंकार भरी। शहर जिलाध्यक्ष शिवराम (जीपी) खटीक के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जन-जागरण रैली निकाली और सिटी कंट्रोल रूम के बाहर केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भीलवाड़ा तहसीलदार नीरज रावत को सौंपा गया।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए शहर जिलाध्यक्ष शिवराम खटीक ने कहा कि अरावली पर्वतमाला केवल पहाड़ नहीं, बल्कि राजस्थान की ऐतिहासिक और पर्यावरणीय धरोहर है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार मिलीभगत कर खनन माफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए नए पट्टे आवंटित करने का षड्यंत्र रच रही है। यदि अरावली के अस्तित्व से खिलवाड़ बंद नहीं हुआ, तो कांग्रेस उग्र जन-आंदोलन करेगी।
रैली में मौजूद पूर्व जिलाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी, अनिल डांगी और मधु जाजू सहित वरिष्ठ नेताओं ने मनरेगा योजना की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। नेताओं ने कहा कि मनरेगा ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इसे कमजोर करना करोड़ों गरीब परिवारों के पेट पर लात मारने जैसा है। कांग्रेस पार्टी गरीब विरोधी किसी भी नीति को सफल नहीं होने देगी।
अरावली क्षेत्र में अवैध व नए खनन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। अरावली को पूर्णत: 'संरक्षित क्षेत्र' घोषित किया जाए। मनरेगा के बजट में कटौती और इसे कमजोर करने वाले प्रस्तावों को वापस लिया जाए। पर्यावरण विरोधी नीतियों पर केंद्र सरकार पुनर्विचार करे।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष धर्मेंद्र पारीक, रामगोपाल पुरोहित, भंवर गर्ग, मनोज पालीवाल, रेखा हिरण, हारून रंगरेज, अनिल राठी, भावेश पुरोहित, योगेश सोनी, हमीद रंगरेज, करिश्मा धौलपुरिया, अनिता पहाड़िया, कांता कंवर सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
Published on:
28 Dec 2025 09:38 am
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