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जयपुर की दूरी अब भीलवाड़ा से नहीं होगी दूर

सब कुछ ठीक रहा तो इस साल दिसम्बर में गुलाबपुरा-चित्तौडग़ढ़ सिक्सलेन का मार्ग पूर्ण हो जाएगा और इसके बाद जयपुर की दूरी भीलवाड़ा से और कम हो जाएगी। भीलवाड़ा खंड में मांडल क्षेत्र में ही अभी निर्माण कार्य अधूरा है जो कि जून माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा। दूसरी तरफ सिक्सलेन का निर्माण कार्य जारी होने से फोरलेन मार्ग पर चालकों के सामने समस्याएं बढ़ती जा रही है। Distance of Jaipur will not be distance from Bhilwara

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Distance of Jaipur will not be distance from Bhilwara

Distance of Jaipur will not be distance from Bhilwara

भीलवाड़ा। सब कुछ ठीक रहा तो इस साल दिसम्बर में गुलाबपुरा-चित्तौडग़ढ़ सिक्सलेन Gulabpura-Chittorgarh Sixlane का मार्ग पूर्ण हो जाएगा और इसके बाद जयपुर की दूरी भीलवाड़ा से और कम हो जाएगी। भीलवाड़ा खंड में मांडल क्षेत्र में ही अभी निर्माण कार्य अधूरा है जो कि जून माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा। दूसरी तरफ सिक्सलेन का निर्माण कार्य जारी होने से फोरलेन मार्ग पर चालकों के सामने समस्याएं बढ़ती जा रही है। Distance of Jaipur will not be distance from Bhilwara

भारतीय राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण दिल्ली-उदयपुर वाया जयपुर,अजमेर व भीलवाड़ा सड़क मार्ग को फोरलेन से सिक्सलेन में तब्दील करने और उदयपुर-अहमदाबाद खण्ड से जोडऩे के कार्य में जुटा हुआ है। दिल्ली-उदयपुर सडक मार्ग अभी दिल्ली से किशनगढ़ तक सिक्सलेन में तब्दील है। इस मार्ग को किशनगढ़ से उदयपुर तक फोरलेन मार्ग को सिक्सलेन में तब्दील करने के कार्य में प्राधिकरण जुटा हुआ है। bhilwara nhai

राह होगी और आसान
जयपुर, अजमेर, चित्तौडग़ढ़ व उदयपुर की राह अब और सहज व सुरक्षित होगी, इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) किशनगढ़-चित्तौडग़ढ़ को फोरलेन से सिक्सलेन मार्ग में तब्दील कर रहा है। दोनों ही गंतव्य स्थलों की दूरी कम होगी तो समय भी बचेगा। सड़क दुर्घटनाओं पर भी ब्रेक लगेगा। दूसरी तरफ प्रदेश के विकास एवं सफर को सहज बनाने के लिए भीलवाड़ा व चित्तौडग़ढ़ जिले के सैकड़ों किसानों ने सरकार को सौंपी जमीन की कीमत अभी भी अधर में है। दोनों जिलों की करोड़ों की अवाप्त राशि सिक्स लेन का निर्माण कार्य शुरू होने के बावजूद जिला प्रशासन की जेब में अटकी हुई है। एेसे में किसान जमीन हाथ से निकलने के बाद अब मुवावजे के लिए भटक रहे है।

ये हो रहा निर्माण कार्य
किशनगढ़-चित्तौडग़ढ़ को फोरलेन से सिक्सलेन मार्ग में तबदील हो रहा है। इसके लिए अजमेर, भीलवाड़ा व चित्तौडग़ढ़ जिले में सिक्सलेन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। भीलवाड़ा जिले में तीन नवम्बर २०१७ की मध्य रात्रि से शुरू हुआ कार्य अब अंतिम चरण में है। दोनों जिलों के मध्य १२४.८७० किलोमीटर के मध्य सिक्सलेन चौडीकरण के साथ ही ७ फ्लाई ओवर, १७ ब्रिज, ८ बड़े अंडरपास, १९ हलके अंडरपास, २० मेजर जक्शन, ४८ माइनर जक्शन तथा २ ट्रक रेस्ट लेन का निर्माण कार्य हो रहा है। निर्माण कार्य को लेकर प्राधिकरण ने जिला प्रशासन के सहयोग से ६८ हैक्टयेर भूमि अवाप्त की है। यहां १४२.५२ किलोमीटर के सर्विस रोड भी निर्माणाधीन है।

ये गांव, जिनकी भूमि हुई अवाप्त
भीलवाड़ा व चित्तौडग़ढ़ जिले में ३३ पंचायत के दर्जनों गांवों मेंं भूमि अवाप्त हुई है। इनमें भीलवाड़ा जिले में गुलाबपुरा के हुरड़ा, हुरड़ा, रुपाहेली, कंवलियास, भवानीपुरा व सरेरी, बनेड़ा के रायला, बेरां, दातानिलारी, रघुनाथपुरा व रायसिंहपुरा, माण्डल के माण्डल, नानकपुरा, संतोकपुरा, स्टेशननगर व गुढ़ा, भीलवाड़ा के भदालीखेड़ा, मालोला,पुर, आटूण तथा हमीरगढ़ के हमीरगढ़, बीलियाकलां,तख्तपुरा की भूमि शामिल है। इसी प्रकार चित्तौडग़ढ़ जिले में झोझरो का खेड़ा, गंगरार,भवानीपुरा, मेडीखेड़ा, आजोलिया का खेड़ा, नरपत खेड़ी व बोजुंदा शामिल है।

१५० करोड़ का भुगतान अटका
सिक्सलेन के दायरे में आ रही किसानों की भूमि को प्राधिकरण ने दोनों ही जिलों के अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) जोकि सक्षम अधिकारी (भूमि अवाप्ति) है, के जरिए अवाप्त किया था, भूमि को अवाप्त किए हुए तीन साल से अधिक समय बीतने आया है, लेकिन कई किसान एेसे भी है, जिनके अवार्ड जारी होने के बावजूद उन्हें जमीन की कीमत नहीं मिल सकी है। भीलवाड़ा-चित्तौडग़ढ़ जिले में ये बाकियात राशि १५० करोड़ रुपए है।

टोल पर वसूल रहे अधिक राशि
तीन नवम्बर २०१७ की मध्य रात्रि बाद से जिले में कंवलियास एवं चित्तौडग़ढ़ जिले में रीठोला टोल प्लाजा बंद हो गया। कंवलियास टोल प्लाजा के बंद होने के साथ ही यहां रायला के निकट लाम्बियांकला टोल प्लाजा शुरू हो गया। इसी प्रकार चितौडग़ढ़ में रीठोला टोल प्लाजा बंद होने पर जोजरो का खेड़ा (गंगरार) टोल प्लाजा पूर्व की भांति चालू है। शिकायत है कि सिक्सलेन निर्माण कार्य के दौरान २५ फीसदी टोल राशि माफ होने का प्रावधान है , इसके बावजूद ें ये टोल राशि वसूल की जा रही है।

भीलवाड़ा खंड में मुम्बई की अनुबंधित कम्पनी आईआरबी इंफ्रास्ट्रेक्चर डवलपर्स लिमिटेड निर्माण कार्य देख रही है। भीलवाड़ा खंड में ८० फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है तथा सिक्सलेन का निर्माण कार्य दिसम्बर २०२० तक पूरा करना है। मांडल मे फ्लाईओवर का निर्माण कार्य मई तक पूर्ण कर लिया जाएगा। यहां भू अवाप्ति के बाद मुआवजा राशि को लेकर जो समस्या आई थी वो भी जिला प्रशासन की मदद से दूर कर ली जाएगी।
सतेन्द्र कुमार, परियोजना निदेशक,एनएचएआइ