भीलवाड़ा

सम्यक दर्शन, ज्ञान व चारित्र को ग्रहण करने का हो प्रयास

कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव गुर्जर सहित अन्य ने किए दर्शन

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Nov 08, 2021
सम्यक दर्शन, ज्ञान व चारित्र को ग्रहण करने का हो प्रयास

भीलवाड़ा।
आचार्य महाश्रमण का चातुर्मासकाल अब संपन्नता की ओर है। लगभग दो सप्ताह बाद अहिंसा यात्रा अपने प्रणेता के साथ चल पड़ेगी। जैसे-जैसे भीलवाड़ा चातुर्मास सम्पन्न हो रहा है, वैसे-वैसे छापरवासियों को वर्ष 2022 का चातुर्मासकाल अति सन्निकट जान पड़ रहा है।
साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा ने श्रद्धालुओं को प्रेरक उद्बोधन दिया। उसके उपरान्त आचार्य महाश्रमण कहा कि आदमी को सम्बोधि को प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। जिसे इस जन्म में नहीं प्राप्त हो सकता, उसे यह अगले जन्म में भी प्राप्त नहीं हो सकता। इसलिए आदमी को सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक चारित्र को प्राप्त करने व धर्म की दिशा में आगे बढऩे का प्रयास करना चाहिए।
आचार्य ने एक कथानक के माध्यम से लोगों को उत्प्रेरित करते हुए कहा कि आदमी चाहे कितना भी धन-दौलत कमा ले, लेकिन मृत्यु के बाद उसके कफन में जेब ही नहीं होती तो वह भला उसे अपने साथ कैसे ले जा सकेगा। धन-दौलत को प्राप्त करने का प्रयास तो सभी करते हैं, आदमी को सम्बोधि को भी प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। बीता हुआ कल कभी लौट कर नहीं आता। इसलिए आदमी को जो समय प्राप्त है, उसका सदुपयोग करने का प्रयास करना चाहिए और अपने जीवन को धर्म की दिशा में आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।
आगामी छापर चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति के पदाधिकारियों ने छापर चातुर्मास-2022 के लोगो का लोकार्पण किया। समिति अध्यक्ष माणकचन्द नाहटा ने संबोधन दिया। भिक्षु भजन मण्डली ने गीत पेश किया। भीलवाड़ा चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति अध्यक्ष प्रकाश सुतरिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए। आचार्य के दर्शनार्थ उपस्थित हुए कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने अपने विचार व्यक्त किए तो आचार्य ने उन्हें पावन प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि राजनीति सेवा का अच्छा क्षेत्र है। राजनीति में सद्भावना, नैतिकता बनी रहे और जनता की अच्छी सेवा का प्रयास हो। साथ ही कांग्रेस नेता अनिल डांगी व महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रेखा हिरण ने भी आचार्य के दर्शन किए।

Published on:
08 Nov 2021 08:28 am
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