कीटनाशी के साथ ऐसे करें नियंत्रण
भीलवाड़ा।
लोग पहले ही कोरोना महामारी से त्रस्त है। अब किसानों के लिए नई परेशानी शुरू हो गई है। कभी तेज हवा से आड़ी पड़ रही फसलें तो कभी कम बारिश की मार झेल रहे किसान अब फिर से संकट में घिर गए हैं। जिले के कई क्षेत्र में लगभग सभी खेतों पर मक्के की फसल में आर्मी वर्म के हमले से फसल को भारी नुकसान हो रहा है।
कृषि विभाग ने भी मक्के की फसल में फॉल आर्मी वर्म कीट की पुष्टि की है । ये मक्के के तने को खोखला कर रहा है। यह कीट मक्का फसल की पत्तियों को खाते हैं एवं पोंगली को नुकसान पहुंचाते हैं। जिले में कई जगह से इसकी शिकायत मिलने पर इसका सर्वे करवाया जा रहा है।
कीटनाशी के साथ ऐसे करें नियंत्रण
कृषि विभाग के उप निदेशक रामपाल खटीक ने बताया कि इस कीट से बचने के लिए मक्का की अगेती बुवाई करना सबसे कारगर उपाय है। दूसरा, मक्का के बाद अगले वर्ष मक्का की बुवाई नहीं करे। प्यूपा से वयस्क बनने को रोकने के लिए भूमि में नीम की खली 250 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर डालें। प्रकाश पाश (एक प्रति हैक्टेयर) लगाकर इसके मोथ पर नजर रखें। अंडे के गुच्छे ढंूढ कर नष्ट करें। वहीं एमामेक्टिन बेंजोएट 5 एसजी 200 ग्राम प्रति हैक्टेयर में छिडकाव करें। अथवा साइप्रेमिथिन 25 एफसी 600 मिलीलीटर प्रति हेक्टेयर अथवा एड्राबोन 5.4 ईसी 1 लीटर अथवा फेनवाल 20 ईसी एक लीटर प्रति हैक्टेयर का छिडकाव करें।