गौरतलब है कि मानसून पूर्व की तैयारियों में किसान अपने खेतों की गहरी हंकाई और जुताई तथा भूमि के समतलीकरण के अलावा मेड़बंदी आदि कृषि कार्य कर रहे हैं। किसान गर्मी में अपने खेतों की गहरी हंकाई इसलिए करते हैं, ताकि कीट आदि खत्म हो जाए और जब बारिश हो, तब पानी खेतों की जमीन में ही समा जाए और बारिश का पानी खेत के बाहर बेकार नहीं जाए।
इसके साथ ही कृषि विशेषज्ञ भी किसानों को गर्मी के दिनों में जमीन की गहरी हंकाई-जुताई करने की सलाह दे रहे हैं। गर्मी के दिनों में सूर्य की तेज धूप में जमीन तपने से भूमि की उपजाऊ क्षमता में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ इसकी उर्वरा शक्ति में भी वृद्धि होती है।
इसके अलावा जमीन की गहराई में छिपे फसलों के लिए नुकसानदायक कीट आदि भी खेतों की गहरी हंकाई के दौरान बाहर निकल कर सूर्य की तेज और असहनीय धूप में नष्ट हो जाते हैं। इसको लेकर कई किसान अभी अपने-अपने खेतों में ट्रैक्टरों से भूमि का समतलीकरण कार्य भी करवा रहे हैं। किसानों ने बताया कि बारिश आने से पहले खेतों में चल रहे ये सभी काम खत्म भी करने हैं। इसलिए सभी किसान गर्मियों के दिनों में ही ये कार्य कर रहे है।