
श्राद्ध में बदला भोजन का मेन्यू, वजह- बीपी और शुगर जैसी बीमारी
भीलवाडा. श्राद्ध पक्ष में पितरों को प्रसन्न करने के लिए उनकी पसंद का भोजन बनाया जाता है। ऐसे में ज्यादातर घरों में पितरों के लिए खीर, पूरी सब्जी, दाल, रायता और मालपुए बनाए जा रहे हैं लेकिन बीपी, शुगर और हृदय संबंधी बीमारियां के डर से ज्यादातर लोग गरिष्ठ भोजन से परहेज कर रहे हैं। श्राद्ध पक्ष के मेन्यू में बदलाव किया गया है। अब श्राद्ध में भोजन करने आने वालों को अधिक मीठा व चिकनाई से बचते हैं। भोजन में कम नमक मिर्च का भोजन ले रहे हैं।
आरके कॉलोनी निवासी राजेन्द्र पाराशर ने बताया कि मेरी उम्र अधिक है, मुझे बीपी रहता है इसलिए गरिष्ठ भोजन के बजाय हल्का भोजन ही लेता हूं। श्राद्ध में कम चिकनाई वाला, कम मसाले वाला भोजन ही खाता हूं। श्राद्ध पक्ष में कपडे भी वही पहने जाते हैं जो पितर पसंद करते हैं। भले ही भोजन करने वाले धोती कुर्ता पहनते हैं। पितर यदि पैंट शर्ट पहनते हैं तो उन्हें पैंट शर्ट ही दान किए जाते हैं।
अधिक चिकना व मीठा खाने से बचें
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण गौड़ का कहना है कि श्राद्ध पक्ष में प्रतिदिन तला, भुना, चिकनाई युक्त व मीठा भोजन खाने से शरीर में अनेक बीमारियां हो सकती है। मौसम में बदलाव हो रहा है। ऐसे में गरिष्ठ भेाजन नुकसान पहुंचा सकता है।
अब यजमान के यहां से आ रहा टिफिन
महेश कॉलोनी के गोविन्द शर्मा बताते हैं कि पहले श्राद्ध पक्ष में एक ही दिन में दो से तीन जगह भोजन करने जाते थे, लेकिन अब गरिष्ठ भोजन पचाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में एक ही जगह पर भोजन के लिए जाते हैं। आजादनगर निवासी गोपाल शर्मा बताते हैं कि अब यजमान के घर जाने के बजाय टिफिन मंगवा लेते हैं। जिसे सुविधानुसार खा सकते हैं।
Published on:
06 Oct 2023 09:00 am
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