भीलवाड़ा

तैयारी आधी-अधूरी, भीलवाड़ा में बाढ़-आपदा के हालात बने तो कैसे निपटेंगे

- भारी बारिश से निपटने में नाले बन सकते खतरा- तीन दिन की चेतावनी के बीच पत्रिका ने लिया प्रशासनिक तैयारियों का जायजा- पूरी तैयारी के दावे पर भारी 40 प्रतिशत नालों की सफाई नहीं होना

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Jul 10, 2023
तैयारी आधी-अधूरी, भीलवाड़ा में बाढ़-आपदा के हालात बने तो कैसे निपटेंगे

भीलवाड़ा. मानसून पूरे राज्य समेत भीलवाड़ा में सक्रिय हो चुका है। मौसम विभाग की ओर से भारी बरसात की चेतावनी दे रखी है। लेकिन भीलवाड़ा में भारी बारिश से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारी आधी अधूरी है। शहर के नालों में फंसा कचरा बाढ़ का खतरा पैदा कर सकता है। शहर के 40 फीसदी नालों की अभी सफाई नहीं हुई है। यह काम मानसून से पहले पूरा हो जाना चाहिए था।

मौसम विभाग ने भीलवाड़ा समेत राज्य के कई हल्कों में 10 से 12 जुलाई तक भारी बरसात की चेतावनी दे रखी है। इसके मद्देनजर राजस्थान पत्रिका ने भारी बारिश से निपटने के लिए जिला प्रशासन की तैयारी का जायजा लिया तो पाया कि आपदा आए तो प्रशासन के हाथ पैर फूलने तय हैं। भले ही प्रशासन पूरी तैयारी करने का दावा करे।
भीलवाड़ा शहर में 40 प्रतिशत बरसाती नालों की सफाई नहीं हुई है। तेज बरसात हुई तो सड़कों पर नदियां बहेगी। कई कॉलोनियों में जलभराव की आशंका है। पिछले साल विजयसिंह पथिक नगर, माणिक्यनगर, शास्त्रीनगर व विभिन्न कच्ची बस्तियों में जलभराव देखा गया था। हालांकि प्रशासन का दावा है कि शहर में बाढ़ संबंधी खतरा होता है तो आपदा एवं राहत बचाव टीम मुस्तैद है। पत्रिका टीम ने रविवार को नगर परिषद के बाढ़ नियंत्रण कक्ष व स्टोर के सामान का जायजा लिया। अग्निशमन अधिकारी छोटूलाल ने बताया कि बाढ़ से निपटने को तैयार हैं। नगर परिषद व पटेलनगर स्थित फायर स्टेशन पर सभी संसाधन हैं।

जानिए... बाढ़ एवं आपदा प्रबंधन की तैयारी
अग्निशमन अधिकारी छोटूलाल ने बताया कि बाढ़ आने पर लोगों को रखने को सामुदायिक भवन तैयार है। पानी निकालने को 4 मड पम्प व 5 दमकल वाहन हैं। एक नाव मौजूद है जबकि 15 नाव बनाने का सामान उपलब्ध है। 10 इमरजेंसी लाइट और 20 गोताखोर हैं। 200-200 फीट के 5 रस्सों के अलावा 30 लाइफ जैकेट, 30 लाइफ बॉय, 30 बड़े व 30 छोटे टयूब हैं। 10 टार्च, 2 जनरेटर 5 एचपी के है। 24 घंटे के लिए करीब 23 फायरमैन, 18 सफाई कर्मचारी, एक लिडिंग फायरमैन, 2 फायर स्टेशन, 35 ठेका फायरमैन, 26 चालक है। इसमें स्थायी चालक मात्र दो हैं।
जल संसाधन विभाग: मिट्टी के कट्टों के भरोसे
जल संसाधन विभाग ने बड़े बांध और तालाब के किनारे मिटटी के कटटे भरकर रखवाए हैं। इसके अलावा मेजा बांध समेत कई बांधों के किनारे नावें भी रखी है। ताकि जरूरत पड़ने पर उनको काम में लिया जा सकें। इसके अलावा बांधों पर वायरसैट रखे हुए हैं।
60 फीसदी नाले साफ
भीलवाड़ा शहर में बाढ़ से निपटने के लिए सभी संसाधन उपलब्ध हैं। 60 फीसदी नालों की सफाई हो चुकी है। हर नाले की सफाई के बाद निरीक्षण किया जा चुका है। शेष नालों की भी सफाई का काम तेजी से किया जा रहा है।
- हेमाराम, आयुक्त नगर परिषद

Published on:
10 Jul 2023 08:09 pm
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