लाफ्टर चैलेंज फेम सुरेश अलबेला से बातचीत
लाफ्टर चैलेंज फेम सुरेश अलबेला ने कहा कि आज बच्चे व युवा मोबाइल की दुनिया में इतने खो गए कि उनके पास कौन बैठा वे भी भूल जाते हैं। बच्चों को मोबाइल से दूर रखना होगा। इससे दूरियां नहीं बनाई तो दुनिया भूल जाएंगे। अलबेला रविवार को भीलवाड़ा आए हुए थे। उन्होेंने पत्रिका से बातचीत में कहा कि जब से मोबाइल आया, आते ही नए-नए रंग दिखाने लग गया...। अलबेला का कहना था कि ऐसा नहीं लगता है कि कविता का दौर समाप्त हो रहा। यह अनवरत चलता रहेगा। टेक्नोलॉजी इतनी हावी हो गई है कि पाश्चात्य संस्कृति की ओर युवा बढ़ रहे हैं। लेकिन आज भी युवा कविताओं को पसंद करते हैं। अलबेला ने अपनी सबसे अच्छीं कविता में से एक सुनाते हुए कहा कि उसका भी मन करता है बच्चों को घोड़ा बनकर पीठ पर घुमाने का।