शहर के पांच सेंटर पर हुई परीक्षा, 2200 ने दी परीक्षा, 56 जने अनुपस्थित रहे
नीट यूजी 2025 की परीक्षा रविवार को भीलवाड़ा शहर में सफलतापूर्वक हुई। दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक चली परीक्षा में शहर में 5 परीक्षा केंद्रों पर कुल 2200 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। जबकि 56 छात्र अनुपस्थित रहे। यानी 97.51 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। दिव्यांग छात्रों को नियमानुसार एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया गया।
सुबह से ही केंद्रों पर जुटने लगे छात्र
शहर में बनाए गए 5 परीक्षा केंद्र राजेन्द्र मार्ग, सुभाषनगर, प्रतापनगर विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय तथा सेठ मुरलीधर मानसिंहका बालिका विद्यालय में कुल 2256 छात्रा परीक्षा देने के लिए आने थे। लेकिन परीक्षा केंद्रों पर सुबह से ही अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ने लगी। सुबह 11 बजे से ही अभ्यथीर् और उनके अभिभावक सेंटरों के बाहर दिखाई देने लगे। अभ्यर्थियों को केवल स्लीपर पहनकर ही अंदर जाने की अनुमति थी, ताकि अनुचित साधनों का उपयोग न हो सके।
सीसीटीवी, जैमर, तीन लेयर जांच
हर केंद्र पर तीन स्तरीय सुरक्षा जांच की व्यवस्था थी। पहले पुलिसकर्मियों द्वारा, फिर एनटीए के स्टाफ और अंत में बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के माध्यम से छात्रों को प्रवेश दिया गया। सीसीटीवी निगरानी, जैमर, और वीडियोग्राफी की व्यवस्थाएं भी सक्रिय रहीं। अभ्यर्थियों को पेन भी परीक्षा केंद्र से उपलब्ध करवाए गए थे।
सख्त नियमों के साथ छात्रों को मिला प्रवेश
परीक्षा दोपहर 2 बजे से शुरू हुई, जबकि रिपोर्टिंग समय 1:30 बजे निर्धारित किया गया था। प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश थे कि किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, घड़ी, ब्रेसलेट, गहने, बालों की क्लिप, रेशमी धागे, धार्मिक धारणाओं से जुड़ी वस्तुओं को परीक्षा हॉल में नहीं ले जाया जा सकता। कई विद्यार्थियों के हाथ में बंधे कलावे काटे गए और गले में पहने रेशमी धागे हटवा दिए गए।
प्रशासन रहा सतर्क, मजिस्ट्रेट रहे तैनात
जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू के निर्देश पर सभी परीक्षा केंद्रों पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे। प्रशासनिक निगरानी में परीक्षा शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से आयोजित की गई। वही पुलिस के भी पुख्ता प्रबंध किए गए थे। हर सेंटर पर 6-6 पुलिस कर्मी लगाए गए थे ताकि छात्रों को किसी तरह की परेशानी न हो। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारसमल जैन भी पूरी तरह से मोर्चा संभाले रहे।
पेपर का पैटर्न बदला
प्रतापनगर विद्यालय में परीक्षा देने आए कई अभ्यर्थियों ने पेपर को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दीं। राकेश व मनीषा ने बताया कि इस बार पेपर का पैटर्न पिछले सालों की तुलना में अलग था। पुराने सवाल भी दौराहे गए थे। इससे कुछ अनुभवी छात्रों को राहत मिली तो नए छात्रों को यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण लगा। कई छात्र जो पहली बार परीक्षा दे रहे थे उन्हें पेपर थोड़ा कठीन लगा। एक छात्रा ने बताया कि पेपर डीप था, लेकिन बहुत कठिन भी नहीं था। केमिस्ट्री आसान लगी, बाकी विषय भी संतुलित थे। फिजिक्स के सवाल से कुछ छात्र परेशान दिखे।