दीपावली रात प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने आवासीय, औद्योगिक व साइलेंट जोन में की जांच
भीलवाड़ा. रात दस बजे से सुबह छह बजे तक पटाखे नहीं चलाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी शहर में दीपावली की रात जमकर आतिशबाजी हुई। इस बार धमाके इतने तेज थे कि मानक से दो गुना शोर बढ़ गया। क्योंकि गत दो साल से लोगों ने खुलकर आतिशबाजी नहीं की थी। हालांकि गत वर्ष थोड़ी छूट मिली थी। इस साल हुई अतिशबाजी से ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ा है। राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल की रिपोर्ट के अनुसार गत साल के मुकाबले इस बार ध्वनि प्रदूषण बढ़ा है। बाजारों में ग्रीन पटाखे के साथ चीनी पटाखे भी बिके। ध्वनि प्रदूषण सामान्य से लगभग दो गुना रहा, लेकिन पिछले बरसों में कान के पर्दे फाड़ऩे के स्तर तक पहुंच चुका है।
शहर में 24 अक्टूबर की रात सबसे अधिक आतिशबाजी आजाद नगर में हुई। यहां सामान्य 55 डेसीबल के मुकाबले शोर डेढ़ गुना दर्ज किया गया। मंडल के वैज्ञानिकों के अनुसार आवासीय जोन साउंड लेवल न्यूनतम 45 और अधिकतम 55 डेसीबल होना चाहिए। गत साल अधिकतम शोर 77.1 एल ईक्यूवीलेंट डीबी (ए) डेसीबल रहा था। लेकिन इस बार रात 9 से 10 बजे के बीच 82.6 एल ईक्यूवीलेंट डीबी (ए) डेसीबल रहा। मंडल ने दीपावली से पहले और दीपावली के दिन ध्वनि प्रदूषण की मात्रा मापी। शाम 6 से रात 12 बजे तक ध्वनि प्रदूषण की मॉनिटरिंग की गई। प्रत्येक घंटे का ध्वनि स्तर रिकॉर्ड किया गया। आवासीय क्षेत्र की मॉनिटरिंग आजाद नगर सी सेक्टर तथा व्यावसायिक क्षेत्र की मॉनिटरिंग कुंभा सर्किल में रात 9 से 10 बजे 81.5 एवं रात 10 से 11 बजे के बीच 86.5 एल ईक्यूवीलेंट डीबी (ए) डेसीबल रहा।
अस्पताल क्षेत्र में भी अधिक ध्वनि प्रदूषण
आरपीसीबी की ओर से एक उपकरण केशव पोरवाल हॉस्पिटल के पास लगाई गई थी। यह क्षेत्र में साइलेंट जोन में था फिर भी यहां रात 10 से 11 बजे के बीच ध्वनि प्रदूषण 73.4 एल ईक्यूवीलेंट डीबी (ए) डेसीबल रहा है। इसके कारण मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। जबकि गत साल भी इसी 67.9 एल ईक्यूवीलेंट डीबी (ए) डेसीबल रहा था। मंडल ने ये आकड़े मुख्यालय भेजे हैं। जहां इनका विश्लेषण किया जाएगा।
मॉनिटरिंग के महत्वपूर्ण बिंदू
- शाम 6 से रात 12 बजे तक चिह्नित स्थानों पर जांच के दौरान ध्वनि का स्तर सामान्य से अधिक रहा।
- 24 अक्टूबर दीपावली को रात 10 बजे के बाद भी तेज आवाज वाले पटाखों का शोर रहा।
- पटाखों का शोर सबसे कम शाम 6 से 7 बजे अस्पताल क्षेत्र में दर्ज हुआ। यह भी सामान्य से अधिक रहा।
55 डेसीबल से अधिक स्तर है घातक
एक सामान्य व्यक्ति के लिए आवासीय जोन में साउंड लेवल न्यूनतम 45 डेसीबल और अधिकतम 55 होना चाहिए। साइलेंट जोन (हॉस्पिटल) में साउंड लेवल न्यूनतम 40 और अधिकतम 50 डेसीबल से ज्यादा नहीं होना चाहिए। जबकि अस्पताल क्षेत्र में सबसे अधिक 76.33 एल ईक्यूवीलेंट डीबी (ए) डेसीबल रहा। जो मरीजों के लिए घातक है।
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औसत ध्वनी प्रदूषण एल ईक्यूवीलेंट डीबी (ए)
समय आजाद नगर कुंभा सर्किल केशव पोरवाल
शाम 2021 2022 2021 2022 2021 2022
06 से 07 65.6 64.1 73.0 73.1 62.8 63.7
07 से 08 70.3 73.5 72.2 74.0 66.3 62.3
08 से 09 75.2 81.3 76.1 77.9 66.9 66.9
09 से 10 77.1 82.6 75.4 81.5 75.6 72.7
10 से 11 75.7 80.9 77.5 86.5 78.7 73.4
11 से 12 75.8 79.3 73.4 78.4 67.9 74.4
औसत 74.62 79.62 75.01 81.5 73.44 76.33