5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पाकिस्तान की धमकी से देश का जवान डरने वाला नहीं, जरूरत पड़ी तो जवाब भी देंगे: परमवीर चक्र विजेता

परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर योगेन्द्रसिंह यादव से पत्रिका की विशेष बातचीत हुई। उन्होंने भीलवाड़ा में पुलवामा के शहीद परिवारों का सम्मान किया।

2 min read
Google source verification
Paramvir Chakra Vijeta Yogendra Singh Yadaw In On Article 370

पाकिस्तान की धमकी से देश का जवान डरने वाला नहीं, जरूरत पड़ी तो जवाब भी देंगे: परमवीर चक्र विजेता

भीलवाड़ा। 'पाकिस्तान की धमकी से देश का जवान डरने वाला नहीं है। जरूरत पड़ी तो जवाब भी देंगे। हमने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा है। हमने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 ( Article 370 ) हटाने के लिए अपने ही संविधान में बदलाव किया है। इस पर दूसरे को परेशानी क्यों है। कश्मीर हमारा हिस्सा है। देश ने अपने ही लोगों को सुरक्षा का अधिकार व शिक्षा देने के लिए संविधान में संशोधन किया है।' यह कहना है करगिल युद्ध ( Kargil war ) में पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ाने वाले परमवीर चक्र विजेता ( paramvir chakra vijeta ) बुलंदशहर निवासी सूबेदार मेजर योगेन्द्रसिंह यादव ( Subedar Yogendra Singh Yadav ) का। यहां पुलवामा शहीदों ( pulwama shaheed ) के सम्मान समारोह में रविवार को शिरकत करने आए यादव से खास बातचीत के अंश-


सवाल: पुलवामा में शहीद परिवारों का सम्मान करने पर कैसा लगा?
- हम शहीदों का सम्मान कर रहे हैं, तो बच्चे भी देश सेवा के लिए आगे आएंगे। सामाजिक कार्य राष्ट्रप्रेम जगाने का काम भी करता है। समाज में जागृति पैदा करनी चाहिए, ताकि युवा देश के लिए आगे आएं। इस तरह के कार्यक्रमों से त्याग की भावना पैदा होती है। युवाओं में जनून है, उन्हें दिशा दिखाने की जरूरत है। सकारात्मक सोच के साथ लोगों को आगे आना चाहिए।


सवाल: कश्मीर में धारा 370 हटाने क्या बदलाव आएगा?
- सरकार के इस निर्णय से वहां काफी बदलाव आएगा, लेकिन समय लगेगा। नई व्यवस्था को डवलप व स्टेबल होने में समय लगता है।


सवाल: युवाओं में जोश है, लेकिन सेना भर्ती के समय विफल क्यों हो जाते हैं?
- युवा कहीं भी कमजोर नहीं है। अब तक गांवों में पढ़ाई का स्तर काफी कम है। इसके कारण युवा पिछड़ रहा है।


सवाल: सैनिक नहीं बनने पर युवा देश सेवा कैसे करे?
- वर्दी पहनने वाले ही सैनिक हो सकता है क्या? लिखने वाला कलम का सिपाही है। हिन्दुस्तान की मिट्टी में पैदा होने वाला हर नागरिक सिपाही है। उसे भी सिपाही जैसा ही दायित्व निभाना चाहिए। क्या भगतसिंह ने वर्दी पहनी थी? लेकिन वह भी देश का सच्चा सिपाही था। युवा जिस क्षेत्र में भी रहे, जहां भी काम करे सिपाही की सोच के अनुसार काम करें।


सवाल: युवा नशे की ओर क्यों बढ़ रहे है?
- यह युवाओं की गलती नहीं है। इसके लिए समाज जिम्मेदार है। युवा घर व समाज से ही सीखते हैं। परिवार व समाज का दायित्व बनाता है कि युवाओं को सुधारने का काम करे।