खनिज संघ की मांग के आधार पर तत्कालीन जिला कलक्टर मुक्तानन्द अग्रवाल ने उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव को गत 27 दिसम्बर को पत्र लिखा था। उनका कहना था कि गुजरात में 25 हजार टन क्षमता के उद्योग स्थापित हो रहे है। कच्चा माल यहां से जाने से जिले व प्रदेश के छोटे-छोटे उद्योग बन्द हो जाएंगे। खनिज संघ की मांग पर विचार किया जाना उचित होगा।
गंगापुर खनिज उद्योग संघ के अध्यक्ष शेषकरण शर्मा के अनुसार गुजरात के मोरवी में टाइल्स बनाने के उद्योग है। यह कम्पनियां भीलवाड़ा से अधिकांश कच्चा माल खरीदती है। अब मोरवी के पास ही ग्राइडिंग यूनिट लगने से वे यहां से कच्चा माल खरीद रही है। वहां टाइल्स बन रही है। ऐसे में यहां से अब केवल पत्थर खनन होकर बाहर जा रहे हैं। इस पर रोक नहीं लगी तो जिले की ग्राइंडिंग यूनिटें बन्द हो जाएगी। जबकि गुजरात सरकार ने मैगनीश व बजरी तथा तमिलनाडू सरकार ने मैगनिशियम ऑक्साइड व मैगनिशियम क्लोराइड बिना प्रोसेस किए राज्य से बाहर भेजने पर रोक लगा रखी है।
उद्योग विभाग ने क्वाट्र्ज फेल्सपार के मामले में रिपोर्ट मांगी है। यह रिपोर्ट मंगलवार को ही उपनिदेशक उद्योग को भेज दी है। जिले से सारा कच्चा माल गुजरात जा रहा है। जिस पर रोक की मांग खनिज संघ कर रहे है।
राहुलदेवसिंह, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र