राज्य में मक्का की अच्छी आवक है। भीलवाड़ा कृषि मंडी परिसर में तो जगह-जगह मक्के के ढेर लगे हैं। हालात यह है कि मंडी यार्ड में जगह नहीं होने पर सड़क पर मक्का बिछा दी गई। मंडी में जिंस लेकर आ रहे किसानों के वाहनों की आवाजाही भी इसे बाधित हो रही है।
मानसून की बेरूखी और बेमौसम बारिश के चलते सितम्बर के अंतिम सप्ताह में शुरू होने वाली मक्का जिंस की आवक भीलवाड़ा मंडी में अब शुरू हुई है। एक साथ विभिन्न हिस्सों से मक्का आने से मंडी में स्टोरेज की समस्या पैदा हो गई।
प्लेटफार्म पर कब्जे
मंडी में अंधिकांश प्लेटफार्म पर कब्जे होने से किसान व व्यापारी खुले आसमान तले सड़क पर मक्का फैलाने को मजबूर हैं। ऐसे में बारिश एवं मौसम में नमी से जिंस खराब होने संकट भी है।
बारिश की कमी से दाम प्रभावित
राजस्थान खाध्यान्न व्यापार संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव गगरानी बताते हैं,भीलवाड़ा मंडी में रोजाना डेढ़ हजार से अधिक बोरियां आ रही है। स्थान की कमी से खुले में मक्का रखनी पड़ रही है। बारिश की कमी से मक्का की उपज प्रभावित हुई है। गत वर्ष के मुकाबले मक्का की आवक चालीस फीसदी कम हुई है। मांग के अनुरूप मक्का नहीं आने से भाव पर भी असर आया है। बाजार भाव अभी 1500 से 1900 रुपए प्रति क्विंटल है।