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खबर का असर: स्वच्छता प्लेट लगाने के नाम पर अब नहीं कटेगी जनता की जेब, काम रोका, संबंधित एनजीओ के खिलाफ जांच शुरू

मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने स्वच्छता प्लेट की शुल्क वसूली पर रोक लगाने और एनजीओ की जांच का आदेश दिया

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Stop the collection of sanitary plate charges in bhilwara

Stop the collection of sanitary plate charges in bhilwara

भीलवाड़ा।
सुवाणा व मांडल पंचायत समितियों में स्वच्छता संदेश की प्लेट लगाने के नाम अब जनता की जेब नहीं कटेगी। क्षेत्रीय विधायक एवं मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने दोनों बीडीओ को स्वच्छता प्लेट की शुल्क वसूली पर रोक लगाने और संबंधित एनजीओ की जांच का आदेश दिया है।


सुवाणा के कार्यवाहक बीडीओ महावीर जैन ने अधिक शुल्क लेने और दबाव बनाने की शिकायत को गंभीर माना। उन्होंने जयपुर की संबंधित एनजीओ राघव विश्व कल्याण फाउंडेशन को अनुबंध निरस्त करने की सूचना भेज दी है। गौरतलब है कि सभी पंचायतों में घरों के बाहर स्वच्छता की मुहर लगाने के नाम पर हर घर से 30 रुपए लिए जा रहे थे। जबकि स्वच्छता की प्लेट की गुणवत्ता भी सही नहीं है।

इसमें भी प्लेट नहीं लगवाने पर पेंशन व अन्य सरकारी सुविधाएं बंद करने की चेतावनी दी जा रही थी। इसका आरजिया सहित अन्य गांवों में विरोध हुआ था। इस मामले में राजस्थान पत्रिका ने शनिवार को सुवाणा में स्वच्छता प्लेट के नाम पर काट रहे जनता की जेब शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद बीडीओ जैन ने यह आदेश निरस्त कर दिया है।

घरों के बाहर स्वच्छता की प्लेट लगाना कोई अनिवार्य नहीं है। जनता की मर्जी पर है। फिर भी इस तरह जो मनमर्जी की राशि वसूल की जा रही थी जो गलत है। मैने सुवाणा व मांडल बीडीओ को निर्देशित किया है कि इसकी जांच कर अनियमितता को रोकी जाए।
कालूलाल गुर्जर, मुख्य सचेतक


जयपुर से जिस एनजीओ की ओर से गांवों में स्वच्छता की प्लेट लगाई जा रही थी उसका काम निरस्त कर दिया है। साथ ही सरपंच व सचिवों को भी सूचना दे दी है।
महावीर जैन, कार्यवाहक बीडीओ सुवाणा


मतदाता सूची में दो जगह नाम होने का खुलासा
भीलवाड़ा. जिले के कुछ उपखंडों में मतदाता सूचियों में एक ही व्यक्ति के दो-दो जगह नाम सामने आए हैं। कई जगह मृतकों के नाम भी है। अब निर्वाचन विभाग की ओर से अभियान चलाकर एेसे नाम को हटाया जाएगा।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने हर बूथ पर 40-50 वोटर संदिग्ध, प्रदेश में भी 20 लाख से अधिक मतदाता जांच के दायरे में शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद जिला कलक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों से जांच कर रिपोर्ट मांगी। इसमें शाहपुरा से आई रिपोर्ट में बताया कि शाहपुरा में कुल 327 मृत मतदाता है और 114 के दो जगह नाम है। 186 का स्थानांतरण हो चुका है। अब इन मतदाताओं के नाम यहां से हटाएं जाएंगे।