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साइबर सुरक्षा को लेकर प्रदेश भर के छात्र होंगे जागरूक

अंतरराष्ट्रीय साइबर ऑलंपियाड-2025 का आयोजन, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र ले सकेंगे भाग राजकीय सहायता प्राप्त व निजी विद्यालयों में दो चरणों में होगी परीक्षा

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Students across the state will be made aware about cyber security

Students across the state will be made aware about cyber security

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से "अंतरराष्ट्रीय साइबर ऑलंपियाड-2025" के आयोजन की घोषणा की गई है। यह ऑलंपियाड छात्रों को इंटरनेट व साइबर सुरक्षा की जानकारी देने और डिजिटल जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम मीणा ने बताया कि इस प्रतियोगिता का आयोजन "साइबर ऑलंपियाड फाउंडेशन नई दिल्ली" की ओर से किया जाएगा, जो आईसीओ के प्रतिनिधित्व में कार्यरत संस्था है। यह ऑलंपियाड भारत सहित कई देशों में आयोजित होता है और इसका उद्देश्य छात्रों को साइबर खतरों से बचने की तकनीकी समझ देना है।

साइबर जागरुकता आज की आवश्यकता

मीणा ने कहा कि डिजिटल युग में साइबर शिक्षा अत्यावश्यक है। यह ऑलंपियाड छात्रों को न केवल जागरूक करेगा, बल्कि उन्हें सुरक्षित डिजिटल नागरिक बनने के लिए प्रेरित भी करेगा। इसे लेकर प्रदेश के सभी राजकीय, सहायता प्राप्त एवं निजी विद्यालयों को निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्राधिकार में इच्छुक छात्रों के पंजीकरण व परीक्षा प्रक्रिया के संचालन के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही, प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया गया है कि वे संबंधित दिशा-निर्देशों के अनुसार विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।

ऑलंपियाड से जुड़े प्रमुख बिंदु

पात्रता: कक्षा 1 से 10 तक के छात्र भाग ले सकेंगे।

पंजीकरण शुल्क: 130 रुपए प्रति विद्यार्थी।

परीक्षा प्रक्रिया

प्रथम चरण: विद्यालय स्तर पर ऑफलाइन मोड में एक घंटे की परीक्षा।

द्वितीय चरण: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन परीक्षा।

पुरस्कार व प्रमाण पत्र: सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र।

चयनित विद्यार्थियों को ट्रॉफी, मेडल, नकद पुरस्कार और अन्य आकर्षक उपहार।

उद्देश्य: विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा, डिजिटल खतरे और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा संबंधी ज्ञान देना।