सूत्रों के अनुसार दिल्ली के एक व्यापारी ने १९ फरवरी को लगभग ३७ लाख रुपए का हंस छाप तम्बाकू बेंगलूरु रवाना किया। यह ट्रक २० फरवरी को लाम्बिया टोल नाके पर एंटीविजन टीम ने पकड़ा। दस्तावेज जांचा तो पाया कि इस बिल व बिल्टी के आधार पर एक ट्रक १४ फरवरी को ही भीलवाड़ा से निकल चुका था। उसी दस्तावेज से यह दूसरा ट्रक माल लेकर बेंगलूरु जा रहा था। यानी एक बिल व बिल्टी से दो-दो वाहन भेजे जा रहे थे। टीम ने जांच करने के बाद माल मालिक से ३६,५७,६०० रुपए का टैक्स वसूलकर ट्रक छोड़ा। अधिकारियों का दावा है कि भीलवाड़ा यह एेसी पहली कार्रवाई है। टीम में प्रभारी कानाराम, मुकेश चौधरी, मुकेश दूदवाल तथा कुलभानसिंह शामिल थे।
दूरी का उठा रहे फायदा
अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली से बेंगलूरु की दूरी ई-वे बिल में २८०० किमी दर्शाई थी, जिसके हिसाब से ट्रक २८ दिन में बेंगलूरु पहुंचना चाहिए लेकिन असल ट्रक ५-६ दिन में पहुंच जाता है। व्यापारी उसी बिल व बिल्टी से दूसरा ट्रक माल भेज देते है।
अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली से बेंगलूरु की दूरी ई-वे बिल में २८०० किमी दर्शाई थी, जिसके हिसाब से ट्रक २८ दिन में बेंगलूरु पहुंचना चाहिए लेकिन असल ट्रक ५-६ दिन में पहुंच जाता है। व्यापारी उसी बिल व बिल्टी से दूसरा ट्रक माल भेज देते है।