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बालाजी मंदिर में 80 वर्षों से अखंड धूनी परंपरा जारी

विजयादशमी पर पूर्णाहुति व ध्वज स्थापना, आकर्षक शृंगार ने खींचा भक्तों का ध्यान

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The tradition of continuous Dhuni continues in Balaji temple for 80 years.

The tradition of continuous Dhuni continues in Balaji temple for 80 years.

बालाजी मार्केट स्थित बालाजी मंदिर में शारदीय नवरात्र पर 80 वर्षों से चली आ रही अखंड धूनी इस वर्ष भी विजयादशमी पर पूर्ण हुई। मंदिर के पंडित आशुतोष शर्मा ने बताया कि हनुमानजी के आराध्य भगवान श्रीराम का प्रिय मंत्र रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीताराम की अखंड धुन आसोज शुक्ला एकम से विजयादशमी तक अनवरत 24 घंटे उच्चारित होता है।

परंपरा की शुरुआत

इस अनुष्ठान की शुरुआत मंदिर निर्माता व बजरंग मंदिर ट्रस्ट के प्रथम अध्यक्ष गजाधर मानसिंहका ने की थी। बाद में सीताराम मानसिंहका, कैलाश चंद्र मानसिंहका व स्व. पं. गोविंदराम शर्मा ने इसे आगे बढ़ाया। वर्तमान में जगदीशचंद्र मानसिंहका व मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष अनिल कुमार मानसिंहका इस परंपरा को संवार रहे हैं।

विजयादशमी पर विशेष कार्यक्रम

पंडित आशुतोष शर्मा ने बताया कि पूर्णाहुति के साथ ही मंदिर के शिखर पर ध्वज स्थापना की गई। श्रीराम दरबार का आकर्षक शृंगार और हनुमानजी का रजत चोला अर्पित किया गया। मंदिर की प्रतिमाओं का पूजन, हवन व शांति पाठ सम्पन्न हुआ। महाआरती कर भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।

भक्तों का सम्मान

कीर्तन करने वाले सभी व्यक्तियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर रामेश्वर काबरा, राजेश अग्रवाल, अशोक मेलाना, प्रदीप कुमावत, दीपक सोनी, विक्रम दाधीच, रमेश खोइवाल, योगेश प्रहलादका व अनिल अग्रवाल उपस्थित रहे।