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अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में हो रही हिन्दी में पढ़ाई

एक्सीलेंस प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल में बदली व्यवस्थाओं से उपजी समस्या।

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भिण्ड.. शासकीय एक्सीलेंस प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल में अंग्रेजी माध्यम के बच्चों को हिंदी में पढ़ाया जा रहा है। इस प्रकार ही स्थिति बदली व्यवस्थाओं के बाद बनी है जिससे बच्चों की अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई नहीं हो पा रही है। हाल में पदस्थ किए गए शिक्षकों में अधिकांश हिंदी माध्यम से पढ़ा रहे हैं, जिससेे अब तक अंग्रेजी माध्यम से पढ़ते रहे बच्चों को कुछ समझ में नहीं रहा है। इस प्रकार के हालात में न केवल बच्चों बल्कि अभिभावकों में रोष व्याप्त है। बीच सत्र में बच्चों का किसी दूसरे स्कूल में प्रवेश कराने की भी स्थिति नहीं बन रही है। बच्चों का कहना है कि पहले शिक्षक अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाते थे और अब शिक्षक खुद उनसे पूछते हैं।

शासकीय एक्सीलेंस प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल में पिछले कई साल से बच्चों की अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा की व्यवस्था की गई थी। इसके लिए शाला प्रबंधन समिति अभिभावकों से ली गई दान राशि से अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने वाले शिक्षकों की व्यवस्था करती थी। पिछले सालों में 40-42 शिक्षक प्राइवेट तौर पर रखकर इनके जरिए अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही थी। इस साल युक्ति-युक्तकरण की प्रक्रिया चली तब इस स्कूल में 24 शिक्षकों को पदस्थ किया गया इनमें से 21 ने अपना कार्यभार संभाल लिया लेकिन इनमें से अधिकांश के द्वारा हिंदी माध्यम से पढ़ाया जा रहा है जिससे अब तक अंग्रेजी माध्यम से पढ़ते रहे बच्चों को कुछ समझ नहीं आ पा रहा है। शिक्षकों की कम संख्या होने से भी विधिवत पढ़ाई नहीं हो पा रही है। अभिभावको का कहना है कि उन्होंने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने के लिए इस स्कूल में दाखिला कराया है लेकिन बच्चे पढ़ाई से संतुष्ट नहीं है।


&बच्चे अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करें इसके लिए शासकीय एक्सीलेंस स्कूल में भर्ती कराया लेकिन इस साल व्यवस्था बदले जाने के बाद से बच्चों को पढ़ाई प्रभावित होने लगी है।

नसीम बेगम, अभिभावक

&अंग्रेजी माध्यम स्कूल में हिंदी में पढ़ाई कराने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पढ़ाई का माध्यम बदला जाना उचित नहीं है। शीघ्र ही अंग्रेजी में पढ़ाने वाले शिक्षकों की व्यवस्था की जाना चाहिए।

राजेश श्रीवास, अभिभावक

&शासन स्तर से भाषाई माध्यम के हिसाब से शिक्षकों की पदस्थी नहीं की गई है इस कारण समस्या है। जब शिक्षक पदस्थ कर दिए गए तब से अभिभावकों से दान स्वरूप ली जा रही राशि लेना बंद कर दिया गया है।

नरेशसिंह भदौरिया, प्रधानाध्यापक

&शासकीय एक्सीलेंस प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल में बच्चों की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से सुचारु रूप से चलती रहे इसके लिए कलेक्टर से मार्गदर्शन लेकर शीघ्र ही उपयुक्त व्यवस्था कराई जाएगी।

केएल शेजवार, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी