फास्ट फूड ही सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन है। बच्चों से लेकर बड़े तक फास्ट फूड के लिए घर का बना ताजा व शुद्ध खाना छोड़ देते हैं, जबकि जो फास्ट फूड खाया जा रहा है वह बीमार कर रहा है। चिकित्सक भी लगातार फास्ट फूड से दूरी बनाने की सलाह दे रहे हैं। इसके बाद भी लोगों की पहली पसंद फास्ट फूड है।
भिण्ड. चिकित्सकों के अनुसार फास्ट फूड लीवर, दिल को नुकसान पहुंचाने के साथ ही पेट की कई बीमारियों को जन्म देता है। वजन बढ़ाने में भी फास्ट फूड का ही बड़ा योगदान है। बाजार के स्वादिष्ट पकवानों से सबसे बड़ा नुकसान नौजवानों को हो रहा है। उनकी सेहत बिगड़ती जा रही है। वजन बढ़ने के साथ ही एसिडिटी की समस्या आम हो रही हैं।
क्या बोले चिकित्सक:
मिलावटी खाद्य सामग्री मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इसके अलावा फास्ट फूड भी सेहत बिगाड़ रहा है। वजन बढ़ाने के अलावा कई बीमारी हो रही हैं। इसलिए फास्टफूड से दूरी बनाना ही बेहतर है। फास्ट फूड खाने से कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होता है। इससे ही हार्ट अटैक होता है। बीपी की समस्या हो जाती है। बीपी बढ़ने से जान तक चली जाती है। फास्ट फूड खाने से बचना ही चाहिए। यही नुकसान मिलावटी खाद्य सामग्री खाने से होता है।
कथन:
बाजार के खाद्य पदार्थों से लोगों को बचाना चाहिए। दूषित सामग्री से निर्मित फास्ट फूड की जांच की जाएगी।
डॉ यूपीएस कुशवाह, सीएमएचओ, भिण्ड
पेट दर्द के मरीज बढ़े:
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार हर साल पेट दर्द के रोगियों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। जिले में हनुमानित 55 हजार लोग पेट की बीमारियों से जूझ रहे हैं। इनमें गलत खानपान शामिल है। दूषित भोजन, चाट-पकौड़ी, वर्गर, पीजा, पेटीज, दावेली, फिंगर, चाप आदि हानिकारक मशालों और तेलों से तैयार किए जा रहे हैं। पेट के लिए सबसे घातक अरारोट होता है, जो फास्ट फूड में प्रमुखता से मिलाया जाता है।