
भिण्ड. डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के दौरे के कारण जिला पंचायत अध्यक्ष कामना भदौरिया बैठक में शामिल नहीं हुईं। इसलिस अध्यक्षता उपाध्यक्ष नंदराम बघेल ने की। सीइओ मनोज सरियाम एवं प्रभारी सीइओ राजकुमार खत्री का भी तबादला होने पर परियोजना अधिकारी राकेश खरे प्रभारी के तौर पर शामिल हुए। बैठक शुरू होते ही जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र सिंह भदौरिया पिंकी ने शिक्षा विभाग को घेरा। उन्होंने सवाल उठाया कि छात्रवृत्ति घोटाले में ताजा कार्रवाई क्या है। इस पर एपीसी संजीव दूरबार संकुल प्राचार्य को पत्र लिखने की बात सुनाने लगे। इस पर सदस्य भडक़ गए, वहीं सीइओ ने कहा कि यह स्थिति तो तीन माह पूर्व हुई बैठक में भी थी। नया क्या है, इस पर अधिकारियों ने सफाई दी कि पुराने डीइओ ने ध्यान नहीं दिया और अब नए डीइओ को ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। चेतावनी दी गई कि अगली बैठक में पूरी तैयारी और ठोस कार्रवाई की जानकारी लेकर अधिकारी आएं। सदस्य ने आरोप लगाया कि नल जल योजनाओं के घटिया काम पर पूर्व में तय हुआ था कि उन्हेंं भी शामिल कर गठित समिति जांच करेगी, लेकिन समिति गोपनीय तौर पर जांच करके आ गई और मामले को दबा दिया। इनमें कनावर, ढोंचरा सहित आधा दर्जन गांव शामिल हैं।
107 ट्रांसफार्मर कैसे बदले गए, कितना बकाया
पिंकी ने बिजली अधिकारियों को भी घेरा। उन्होंने पूछा कि विधानसभा चुनाव के दौरान बकाया की 10 प्रतिशत राशि जमा कराने के प्रावधान के बावजूद बिना राशि जमा कराए, गोहद में 107 ट्रांसफार्मर बदले गए। लेकिन उन पर बकाया राशि में 10 प्रतिशत शेयर जमा नहीं कराया गया। इन बकाया की भी जानकारी मांगी, लेकिन अधिकारी दे नहीं सके। सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति लडखड़़ाने और बकाया वसूली के नाम पर ज्यादती करने के आरोप भी लगाए। बैठक में सुनील फौजी, सुल्तान जाटव, राजवीर बघेल, रोशनी, गुड्डी आदि सदस्य शामिल रहे।
Published on:
15 Mar 2024 10:03 pm
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