रबी जिंस में सरसों की बुआई के बाद अब गेहूं, जौ, चना आदि की बुआई ने जोर पकड़ लिया है। जैसे ही सर्दी ने जोर पकड़ा और तापमान भी अनुकूल होने लगा है, किसान खेतों में व्यस्त नजर आने लगे हैं। किसानों को फसल बुआई में जहां मौसम के दगा देने का सामना करना पड़ता है तो उपचारित व खाद के लिए भी बार-बार दुकानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
तिजारा (भिवाड़ी). रबी जिंस में सरसों की बुआई के बाद अब गेहूं, जौ, चना आदि की बुआई ने जोर पकड़ लिया है। जैसे ही सर्दी ने जोर पकड़ा और तापमान भी अनुकूल होने लगा है, किसान खेतों में व्यस्त नजर आने लगे हैं। किसानों को फसल बुआई में जहां मौसम के दगा देने का सामना करना पड़ता है तो उपचारित व खाद के लिए भी बार-बार दुकानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। क्षेत्र में रविवार को कई जगह यूरिया खाद का वितरण किया गया, जहां किसानों की कतार लगी नजर आई।
यूरिया खाद प्राप्त करने के लिए किसानों की खाद केन्द्रों व दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी। खाद की किल्लत को देखते हुए हालांकि कृषि विभाग व प्रशासन की ओर से खद केन्द्रों पर सुरक्षा बतौर टोकन व्यवस्था की गई। इस बीच किसानों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। कृषि सहायक अधिकारी संजीव ने बताया कि किसानों को समस्या नहीं हों तथा समय खराब नहीं हों, इसके लिए हर खाद वितरण दुकानों व केन्द्रों पर टोकन वितरित किए गए। जिससे किसान टोकन दिखाकर खाद का कट्टा लेते रहे। इस दौरान एसडीओ महेन्द्रसिंह ने भी खाद वितरण केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कृषि अधिकारियों व किसानों से खाद की स्थिति की जानकारी ली। सहायक कृषि अधिकारी ने बताया कि माजरा महनिया मेें 220, भिंडूसी में 220, शेखपुर में 660, हिंगवाहेड़ा में 220, इशरोदा में 660, गैलपुर में 660, टपूकड़ा में 440 खाद के कट्टे वितरित किए। जल्द ही यूरिया खाद की रैक और आएगी। किसानों को खाद की किल्लत का सामना नहीं करने दिया जाएगा।