बकरीद पर इस बार नगर निगम ने कई जगहों पर अतिरिक्त कंटेनर रखवाए। स्लाटर वेस्ट एकत्रित करने के लिए लगातार तीन दिनों तक के लिए ये कंटेनर रखे गए हैं।
यह भी पढ़ें : एमपी के प्रमुख विभाग में बड़ा फेरबदल, ढाई दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ अफसरों को हटाया नगर निगम की टीम अभी तक कुर्बानी के 200 टन अवशेष एकत्रित कर चुकी है। इसे जिंसी के स्लाटर हाउस और अस्थायी स्टोरेज पाइंट पर भेजा गया और वहां से आदमपुर छावनी के रेंडरिंग प्लांट भेज दिया गया। प्लांट में इस वेस्ट से मुर्गी-बिल्लियों के लिए दाने बनाए जाएंगे। यहां अवशेषों का प्रोसेस कर उच्च तापमान पर पकाकर जानवरों के लिए दाने तैयार किए जाते हैं।
डॉक्टर पर ठोंका 15 हजार का जुर्माना
नगर निगम बायो वेस्ट फेंकने पर जुर्माना लगा रहा है। जोन-18 में खुले में बायो मेडिकल वेस्ट पाया गया। इसके लिए डॉ. ऋषभ गुप्ता पर 15 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। महापौर मालती राय के मुताबिक अब स्लाटर वेस्ट को जमीन में गाड़ा नहीं जाता है। रेंडरिंग प्लांट में स्लाटर वेस्ट का दाने बनाने में उपयोग किया जाता है।