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चीतों की पूरी तैयारी पर एक तेंदुआ भारी

-ट्रैप कैमरों में दिखती है फोटो, मौके पर नहीं मिलता तेंदुआ-ट्रैप कैमरों में दिखती है फोटो, मौके पर नहीं मिलता तेंदुआ

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भोपाल

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Ashok Gautam

Sep 10, 2022

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भोपाल। कूनो पालपुर में द?क्षिण अफ्रीकी चीतों के लाने तैयारी अब अंतिम चरण पर हैं। इस पूरी तैयारी पर कूनों का एक तेंदुआ भारी पड़ रहा है। पिछले दो हफ्ते से इस तेंदुए को निकालने की विभाग के अफसर हाथी, डॉक्टर सहित पचास लोगों की फौज के साथ ट्रेंकुलाइज गन लेकर घूम रहे हैं, लेकिन बाड़े में कही नजर नहीं आता है। वहीं बाडों में लगाए गए ट्रैप कैमरे में उसकी फोटो बराबर आती है, लेकिन जब मौके पर अमला जाता है तो वहां तेंदुआ नजर नहीं आता है। इस तरह की लुका-छिपी का खेल पिछले एक माह से चल रहा है।
कूनो पालपुर में पांच बाड़े बनाए गए हैं। इनमें नर और मादा तेंदुओं को साथ-साथ छोड़ा जाना है। एक बाड़े में तेंदुआ घुसा है, इसके चलते इस बाड़े का खाली रखा जाएगा। वैसे 17 सितम्बर से पहले इस तेंदुए को बाहर करने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। अगर तेंदुआ नहीं निकलता है तो विभाग के सामने एक बाड़े की कमी हो जाएगी। डेढ़ महीना पहले पांच तेंदुआ बाड़े में प्रवेश कर गए थे। उन सभी को निकाल पाते, इससे पहले तीन और पहुंच गए। इनमें से एक-एक कर सात तेंदुए निकाले जा चुके हैं पर एक तेंदुए ने विशेषज्ञ, अधिकारियों और कर्मचारियों ने नाक में दम कर रखा है। पिछले 15 दिन से तीन डाक्टर, 50 से अधिक कर्मचारी दो हाथी लेकर बाड़े में घूम रहे हैं पर तेंदुआ नहीं मिल रहा है।

एनटीसीए ने पांच दिन के अंदर तेंदुओं को निकालने दिए थे निर्देश
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के महानिदेशक, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के अधिकारियों ने 15 दिन पहले पार्क का दौरा किया था। उस समय बाड़े से पांच दिन के अंदर तेंदुओं को निकालने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से दो हाथी बुलाए गए, तीन डाक्टरों को तैनात किया गया। पांच वाच टावर से लगातार निगरानी नजर रखी जा रही है। ट्रैप कैमरे और सीसीटीवी कैमरों की मदद से तेंदुआ को खोजा जा रहा है। वह कैमरों में कैद तो होता है, पर जब तक दल उस स्थान पर पहुंचता है, तब तक वह गुम हो जाता है। लुका-छिपी का यह खेल लगातार चल रहा है। बाड़े में सीढ़ी नुमा स्ट्रैक्चर तैयार किया गया है। अधिकारियों का अनुमान था कि हाका देकर तेंदुए को दौड़ाएंगे, तो वह इसके ऊपर चढ़कर बाड़े के बाहर छलांग लगा देगा। दो तेंदुए ऐसे ही निकले भी, पर यह आखिरी तेंदुआ बाहर जाने को तैयार ही नहीं है।

बाड़ों मे तीन तेंदुए थे, दो को निकाल दिया गया है। एक अभी तक नहीं निकला जा सका है। दर असाल ये तेंदुआ बहुत चालाक है, ट्रैप कैमरे मे दिखता है जब मौके पर टीम जाती है तो वहां नहीं मिलता। कोशिश की जा रही है उसे जल्द बाहर किया जाए।
जेएस चौहान, मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक, मप्र