
AIIMS 2018 : इस वर्ष डॉक्टर बनने के मौके पहले से ज्यादा, 3.75 लाख विद्यार्थियों ने कराया रजिस्टे्रशन ,दो दिन होगी AIIMS की परीक्षा
भोपाल। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) में प्रवेश का ऑनलाइन एग्जाम शनिवार से शुरू हो गया। यह दो दिन तक चलेगा। देशभर के 32 राज्यों के 155 केंद्रों पर दो पारियों में परीक्षा आयोजित की जा रही है।
भोपाल में इसका एक सेंटर बनाया गया था। यहां पंद्रह सौ से ज्यादा स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल हुए। स्टूडेंट्स ने जैसे ही बायो पोर्शन के सवाल देखे उनके चेहरे खुशी से खिल उठे, लेकिन फिजिक्स के लेंदी ट्रिक्स ने उन्हें अंत तक उलझाए रखा।
कम्प्यूटर बेस्ड इस एग्जाम की शुरूआत सुबह 9 बजे हुई। उसके बाद दूसरी शिफ्ट दोपहर 3 से शाम 6.30 बजे तक हुआ।
एक्सपर्टस के अनुसार एम्स का पेपर २०० माक्र्स का होता है। इसमें फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायो के ६०-६० प्रश्न होते हैं। १०-१० जीके और लॉजिक के होते हैं। वहीं तीनों सब्जेक्ट्स में २० प्रश्न रीजनिंग बेस्ड होते हैं।
ये प्रश्न स्पशली एम्स के एग्जाम में ही पूछे जाते हैं। इसका मकसद स्टूडेंट्स की विषय पर डेफ्थ जांचने के लिए की जाती है। ये तीनों सब्जेक्ट के अन्य प्रश्नों से काफी टफ होते हैं। फिजिक्स करीब १० सवाल ऐसे थे जो टफ थे। वहीं ५ प्रश्न टाइम टेकिंग थे। वहीं सेमीकंडक्टर के प्रश्न ज्यादा पूछे गए।
केमेस्ट्री एनसीईआरटी बेस्ड थे। इसमें ऑगेनिक बेस्ड प्रश्न ज्यादा थे। बायो में बेसिक एनसीईआरटी से प्रश्न पूछे गए। जिसने ११वीं और १२वीं में इस सब्जेक्ट की डेफ्थ में जाकर तैयारी की होगी, उसे काफी आसानी हुई होगी।
९ एम्स में होगा एडमिशन
इस एग्जाम के माध्यम से स्टूडेंट्स को एम्स संस्थानों में एमबीबीएस की 807 सीटों में मिलेगा दाखिला। परीक्षा के जरिए एम्स के न्यू दिल्ली, भोपाल, जोधपुर , ऋषिकेश, भुवनेश्वर, पटना, गुंटूर, नागपुर, रायपुर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलेगा। इस वर्ष नागपुर तथा गुंटूर में दो एम्स खुलने से 100 सीटे बढ़ी हैं।
देश के 9 एम्स संस्थानों में एमबीबीएस की 807 सीटों पर दाखिला मिलेगा। यह एग्जाम बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी के कोर्सेस में एडमिशन के लिए कंडक्ट किया गया है। एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट 18 जून को डिक्लेयर होगा। मेरिट लिस्ट के आधार पर स्टूडेंट्स को काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा। पहले राउंड की काउंसलिंग 3 से 6 जुलाई तक होगी।
- फिजिक्स का पोर्शन काफी टफ रहा। १५ प्रश्नों की वजह से स्कोर प्रभावित होगा। ओवरऑल पेपर पिछले साल से टफ था।
किंशु साहू, स्टूडेंट
- बायो एनसीईआरटी के बेसिक पर बेस्ड था। केमेस्ट्री भी ओवरऑल इजी रही। फिजिक्स ही इस बार तय करेगा कि कौन एग्जाम में सिलेक्ट होगा।
अनुषा चावला, स्टूडेंट
Published on:
27 May 2018 11:34 am
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