इस सिलसिले में अर्जुन सिंह के बेटे और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह गुरुवार को कोर्ट पहुंचे। पिछले दिनों दिवंगत अर्जुन सिंह की पत्नी ने बेटे अजय सिंह पर केरवा कोठी पर जबरन कब्जा करने और नामांतरण करने का आरोप लगाया गया था। कोर्ट में अजय सिंह उनके वकील के साथ पहुंचे थे। अजय सिंह ने कोर्ट में हलफनामा देकर कहा कि वे मां सरोज सिंह को साथ में रखने को तैयार हैं। वे केरवा कोठी में रह सकती हैं। या इसके अलावा चाहें तो कहीं और भी किसी बंगले में रखकर उनकी देखभाल कर सकते हैं।
माना जा रहा है कि वीणा सिंह ने वकील के साथ मिलकर उमाशंकर गुप्ता से मुलाकात की। इसके बाद केरवा कोठी के फर्जी तरीके से नामांतरण का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की।
घरेलू हिंसा का भी लगाया था आरोप
मध्यप्रदेश के पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत अर्जुन सिंह के परिवार में कलह अब बढ़ गई है। यह मामला कोर्ट तक जा पहुंचा है। पिछले दिनों दिवंगत अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी (84) ने कोर्ट में आवेदन देकर घरेलू हिंसा समेत घर से बेदखल करने के आरोप लगाया है। सरोज कुमार ने इसके लिए अपने दोनों बेटों को जिम्मेदार ठहराया था और उनसे घर समेत भरण-पोषण मांगा था।
गौरतलब है कि अर्जुन सिंह और सरोज कुमार के दो पुत्र हैं। एक पुत्र मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह (राहुल भैया) हैं। दूसरे पुत्र अभिमन्यू सिंह हैं, जो बैंगलोर में बिजनेसमैन हैं।
दिल्ली में रहती हैं सरोज कुमारी
पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी दिल्ली के ग्रेटर नोएडा स्थित अशोक वाटिका में रहती हैं। उन्होंने अपने दोनों बेटे अजय सिंह और अभिमन्यू सिंह पर आरोप लगाया था कि दोनों बेटों ने घरेलू हिंसा कर हैं और मुझे मेरे मकान से ही निकाल दिया है। इस कारण मैं दूसरी जगह पर रह रही हूं। उन्होंने मेरा भरण पोषण करने से भी इनकार कर दिया है, जिस कारण मुझे कोर्ट की शरण में आना पड़ा है।
कांग्रेस पार्टी को रखा ताक पर
मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की मां सरोज कुमारी ने कोर्ट में दिए आवेदन में कहा है कि मेरे पुत्र ने कांग्रेस पार्टी के उन्हीं उसूलों को ताक पर रखकर मुझे मेरे ही घर से निकाल दिया गया है जो महिलाओं का संरक्षण एवं असहाय व्यक्तियों के लिए हमेशा काम करती रही।
मेरे बेटे से मेरा घर दिलवाओ
सरोज कुमारी ने कोर्ट से कहा है कि अजय सिंह ने भोपाल स्थित कोरवा कोठी पर कब्जा कर लिया है। अजय सिंह को उक्त निवास से पृथक कर मुझे मेरा निवास में रहने के आदेश दिए जाएं। क्योंकि मुझे मेरा निवास होने के बावजूद इधर-उधर रहना पड़ रहा है।
कलेक्ट्रेट में नहीं है रिकार्ड
इस केरवा कोठी का रिकार्ड भी कलेक्टर भोपाल के पास नहीं है। नकल आवेदन में इसकी जानकारी मांगे जाने पर यह खुलासा हुआ है।
83 में बनी थी कोठी
केरवा डैम से लगे मेंडोरा के छोटे झाड़ जंगल की यह जमीन तब सुर्खियों में आई थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने 31 अक्टूबर 1983 को ढाई एकड़ जमीन अपने नाम करा ली थी। इसके 10 दिन के भीतर पत्नी सरोज सिंह के नाम 4.25 एकड़ और बेटे अजय सिंह के नाम 4.12 एकड़ जमीन ले ली गई थी।
-इसी 11 एकड़ जमीन पर 1987 में देवश्री नाम की केरवा कोठी बनी थी। अर्जुन सिंह के निधन के बाद फरवरी 2011 में यह कोठी अजय सिंह के नाम करा दी गई। अजय सिंह का दावा है कि जमीन का हस्तांतरण उनके पिता और मां ने स्वेच्छा से किया था। उसी के आधार पर नामांतरण भी हुआ। मां सरोज सिंह ने सात साल बाद अपने बेटे अजय के पक्ष में हस्तांतरण और नामांतरण पर सवाल उठाए हैं। इसमें कहा गया है कि नेता प्रतिपक्ष ने छल से यह जमीन अपने नाम कराई है।
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