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आयुष्मान भारत लांच : शिवराज बोले- निरोगी काया सबसे बड़ा सुख, इस योजना से गरीब को मिलेगा मुफ्त इलाज

विधानसभा ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ

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shivraj singh

Ayushman India launches

भोपाल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वकांक्षी अभियान आयुष्मान भारत का मध्यप्रदेश में शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। विधानसभा ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री ने योजना का शुभारंभ करते हुए कहा- गरीबों के कल्याण की आयुष्मान निरायमय योजना विश्व की सबसे बड़ी योजना है। जन आरोग्य निरोगी काया जीवन का सबसे बड़ा सुख है। हम हमेशा स्वस्थ शरीर की कामना करते हैं और जब यह शरीर स्वस्थ ना रहे तो हम ही भगवान से शरीर छोडऩे की कामना करते हैं। यदि इलाज के लिए पैसा न हो तो बहुत दु:ख होता है, लेकिन इस योजना से गरीबों को पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त में हो सकेगा।

आयुष्मान भारत का रविवार को पूरे देश में शुभारंभ हुआ। विधानसभा ऑडिटोरियम में इस मौके पर सीएम ने कहा- मध्यप्रदेश में एक करोड़ 30 लाख लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इस मौके पर सीएम ने अस्पताल व्यवस्था की वेबसाइट का शुभारंभ भी किया। सीएम ने कहा- मध्यप्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं को डिजीटल करने वाला पहला राज्य है। यहां सभी 51 जिला अस्पताल अब ई-अस्पताल हो गए हैं। यहां मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि यह योजना गरीबों के चेहरे पर मुस्कराहट लाएगी। सरकार ने हमेशा गरीबों का ध्यान रखा है और यह योजना इस कड़ी में बड़ा कदम है।

तोमर बोले, शिवराज ने हमेशा गरीबों का ध्यान रखा-
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि शिवराज सरकार ने मध्यप्रदेश में हमेशा गरीबों का ध्यान रखा है। यह सरकार हर वर्ग का ध्यान रखती है। पीएम आवास योजना में भी मध्यप्रदेश ने सबसे ज्यादा काम किया है।

ऐसे होगा भुगतान
इस योजना में प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए ट्रस्ट के एक्सपर्ट डॉक्टर्स की ओके रिपोर्ट के आधार पर भुगतान होगा। योजना के सीईओ भास्कर लक्षकार के मुताबिक मरीजों की मदद के लिए अस्पतालों में आयुष्मान मित्र तैनात किए हैं। योजना में 1350 बीमारियों का इलाज (पैकेज) शामिल है। हार्ट, दिमाग, गुर्दे, लिवर और कैंसर से संबंधित सभी बीमारियों का इलाज पैकेज में शामिल किया गया है।

भोपाल में ये अस्पताल शामिल
भोपाल में सरकारी अस्पतालों में जेपी और हमीदिया अस्पताल शामिल हैं। वहीं निजी अस्पतालों में नवोदय कैंसर अस्पताल एमपी नगर जोन-2 गैलेक्सी अस्पताल कोलार रोड, पीपुल्स अस्पताल भानपुर, चिरायु मेडिकल कॉलेज भैंसाखेड़ी, जेके अस्पताल कोलार रोड, जवाहरलाल नेहरु कैंसर अस्पताल ईदगाह हिल्स, बालाजी फैक्चर एंड जनरल अस्पताल, सिद्धांता रेडक्रॉस हॉस्पिटल की सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल, नर्मदा ट्रामा सेंटर, नोबल अस्पताल भोपाल, टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर, सहारा फैक्चर एंड जनरल अस्पताल लेकसिटी इंस्टीट्यूट सर्जिकल भोपाल व नवजीवन अस्पताल।

इन्हें मिलेगा फायदा
सामाजिक, आर्थिक जनगणना समेत, संबल योजना व खाद्य सुरक्षा योजना के दायरे में आने वाले परिवार। ऐसे व्यक्ति भी पात्र होंगे, जो इनकमटैक्स के दायरे में नहीं आते और किसी सरकारी पेंशन योजना का लाभ नियमित तौर पर नहीं ले रहे हो। ढ़ाई एकड़ से कम जमीन होने पर ही योजना का फायदा मिल पाएगा। ऐसे व्यक्ति ओपीडी में जाएंगे। फिर डॉक्टर की सलाह पर आयुष्मान मित्र से सम्पर्क करेंगे।

प्रदेश में सिर्फ 250 अस्पताल
योजना में फिलहाल प्रदेश के 250 अस्पताल शामिल किए ग हैं। दरअसल, निजी अस्पतालों के लिए नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड फॉर हास्पिटल के तहत पंजीयन अनिवार्य किया था। इस कारण अनेक अस्पताल इस कसौटी पर खरे नहीं उतर सके। अनेक अस्पताल राष्ट्रीय स्तर पर शुरू हुई प्रक्रिया में आवेदन नहीं कर पाए। इसलिए कम अस्पताल इसमें शामिल हो पाए। सरकारी अस्पतालों में सिर्फ जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों को ही शामिल हैं।