जानकारी के अनुसार महिला थाना भोपाल में एक 28 वर्षीय महिला ने 22 जुलाई को एक शिकायती आवेदन पत्र दिया था। इस मामले में पुलिस जांच कर रही थी कि मामले की जानकारी मिर्ची बाबा को लगी, तो पहले उन्होंने महिला को काफी डराने धमकाने की कोशिश की, उसे रिपोर्ट वापस लेने के लिए भी दबाव बनाया। लेकिन महिला नहीं मानी। उसके बाद बाबा गिरफ्तारी के डर से फरार हो गए। लेकिन पुलिस ने क्राइम ब्रांच की मदद से बाबा को एक निजी होटल से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में महिला ने पुलिस अफसरों को अपनी पीड़ा कुछ इस प्रकार सुनाई।
28 वर्षीय महिला ने बताया कि मैं रायसेन जिले की निवासी हूं। शादी के 4 साल बाद भी जब हमारे घर कोई संतान नहीं हुई तो कई जगह झाड़-फूंक भी कराया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।इसके बाद हमारे मोहल्ले की कुछ महिलाओं ने मिर्ची बाबा के बारे में बताया कि वह बच्चा होने की दवा देते हैं। इसके बाद बाबा से बात हुई तो उन्होंने भोपाल स्थित अपने बंगले पर बुलाया। मैं 17 जुलाई को बाबा के बंगले पर पहुंची, तब बाबा ने मुझे साबूदाने की गोली और भभूति देकर ऊपर कमरे में भेज दिया। वहां मिर्ची बाबा ने मेरे साथ बलात्कार किया। मैं बेहोश हो गई थी, मैंने विरोध किया तो बाबा ने बोला कि बच्चे तो ऐसे ही पैदा होते हैं। शिकायत करने की बात पर बाबा ने मुझे और मेरे पति को जान से मारने की धमकी दी थी।
आपको बता दें कि मिर्ची बाबा खुद को हरिद्वार के पंचायती निरंजनी अखाड़ा का महामंडलेश्वर बताते हैं। उन्होंने मंगलवार को कोर्ट से बाहर आते समय यह कहा कि मुझे फंसाया जा रहा है। इस केस में खुद ही निपट लेंगे। उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। आपको बता दें कि मिर्ची बाबा अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। उनका साफ कहना है कि मुझे बलात्कार के केस में फसाया गया है।