दरअसल, तीसरे, पांचवें सेमेस्टर वाले ज्यादातर छात्रों ने चैलेंज किया है। विद्यार्थियों का कहना है कि अगर रिजल्ट क्लीयर नहीं होता है तो उनकी ईयर बैक लग जाएगी। यानी की एक साल बर्बाद। कॉपियों को चैलेंज करने ग्वालियर से आए विद्यार्थी शिवम शुक्ला के अनुसार तीन दिन से यहां टिके हुए हैं। लेकिन मेरा नाम चैलेंजिंग में नहीं आ सका है।