भले ही बिना पेट्रोल की बाइक सुनने में कुछ अजीब लगे पर इस बात को साबित करने के लिए महेश्वर बताते हैं कि वह नौ साल से ऐसी बाइक बनाने की मशक्कत कर रहे थे। जिसके बाद उन्होंने एक ऐसी बैटरी चलित बाइक तैयार की है, जिसकी बैटरी भी अपने आप अल्टीनेटर से चार्ज होगी, यानि इसे कहीं बाहर से चर्ज नहीं कराना होगा।
11वीं तक पढ़े महेश्वर इस अनूठी तकनीक से लैस बाइक को बनाने में 2009 से मेहनत कर रहे हैं। अपनी इस अनूठी बाइक और इसकी तकनीक से आम लोगों को रूबरू कराने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलने के लिए समय भी मांगा है ताकि उन्हें आविष्कार से रूबरू करा सकें।
सपना साकार करने के लिए उन्होंने 2009 में एक बैटरी चलित बाइक खरीदी थी। इसमें कई चैंजेज करते हुए करीब नौ साल बाद इसे ऐसी बाइक में तब्दील किया है, जिसे चलाने में किसी भी तरह के ईंधन की जरूरत नहीं होगी।
अजब बाइक की गजब कहानी…
बैटरी चलित इस बाइक की क्षमता पांच सौ वॉट की है। दो व्यक्ति इस पर आसानी से सफर कर सकते हैं। इसमें लगे 100 वॉट के अल्टीनेटर से ये अपने-आप चार्ज होगी। इसकी क्षमता को तीन हजार वॉट तक बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस बाइक को बनाने में कोशिश की है कि कम से कम कीमत पर ये बाइक तैयार हो जाए।
महेश्वर इएमइ सेंटर में कैंटीन चलाते हैं। यहां चाय बनाने से बाइक बनाने तक के सफर में उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे। महेश्वर के मुताबिक उन्हें बचपन से ही मशीनों एवं खासतौर से बाइक की बारीकियां सीखने में रुचि थी। पर ११वीं में साइंस सब्जेक्ट नहीं मिलने से उनका आगे पढऩे का सपना साकार नहीं हो सका। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और सपने को पूरा करने में जुट गए। जैसे-तैसे रुपए जमा कर नौ साल में अनूठी बाइक तैयार की।