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कैंसर ग्रस्त ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा- अगले जन्म लौटकर आउंगा, इंतजार करना

युवक पिछले करीब 8-9 साल से कैंसर से जूझ रहा था। बीमारी के चलते युवक ने काफी समय से जॉब भी छोड़ रखी थी।

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कैंसर ग्रस्त ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा- अगले जन्म लौटकर आउंगा, इंतजार करना

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपल के कोलार इलाके में एक कैंसर पीड़ित युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि, युवक पिछले करीब 8-9 साल से कैंसर से जूझ रहा था। बीमारी के चलते युवक ने काफी समय से जॉब भी छोड़ रखी थी। मौके पर पहुंची पुलिस को शव के पास से एक दो पन्नों का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें युवक ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को बताते हुए मां और परिजन का जिक्र किया है। साथ ही, परिवार वालों को लिखा है कि, आप सभी अपना ख्याल रखना। पुलिस ने पीएम के बाद शव परिजन को सौंपकर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के मुताबिक 43 वर्षीय नीरज जोशी अपनी मां, पत्ती और दो बच्चों के साथ समृद्धि परिसर कोलार में रहते थे। नीरज के पिता शासकीय सेवक थे, जिनका देहांत हो चुका है। वर्ष 2013-14 से नीरज मुंह के कैंसर से पीड़ित थे, जिसका इलाज चल रहा था। नीरज 3 साल पहले तक एक बैनर और फ्लैक्स बनाने वाली कंपनी में काम करते थे, लेकिन मुंह की तकलीफ के कारण उन्होंने जॉब छोड़ दी थी। मां को मिलने वाली पेंशन से घर का खर्च चल रहा था। सुबह नीरज की पत्नी और मां चाय नाश्ता बनाने चली गई। कुछ देर बाद जब पत्नी वापस लौटी तो उन्होंने नीरज को फंदे पर लटका देख परिजन और पुलिस को सूचना दी।

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करीब 6 माह से चल रहा था कीमो

मुंह में अधिक तकलीफ रहने के कारण उन्हें भोजन चबाने में काफी परेशानी होती थी। इसलिए तरल पदार्थ ही वो भोजन में ले पाते थे। करीब 6 माह से उनका कीमो भी चल रहा था। मुंह का काफी हिस्सा गल चुका था, जिसके चलते उन्हें असहनीय तकलीफ भी झेलनी पड़ रही थी।


इलाज के लिए परिजन बेचने जा रहे थे जमीन

बताया जा रहा है कि नीरज के बाहर इलाज और महंगे इंजेक्शन लगवाने कै लिए परिजन मंडीदीप स्थित अपनी जमीन बेचने का विचार बना चुके थे। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि, अब सहन करने की शक्ति नहीं है, मैं तो जा ही रहा हूं, संपत्ति मत बिगाड़ना, अगले जन्म फिर आऊंगा, इंतजार करना।

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