
भोपाल. मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की तीसरी हर तेजी से फैल रही है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में नाइट कर्फ्यू के साथ-साथ सख्ती भी लगा दी गई है। वहीं, दूसरी तरफ कोरोना टीकाकरण का काम भी तेजी से हो रहा है। लेकिन इन सबके बीच टीकाकरण करने वाले लोगों के भी संक्रमित होने का मामला सामने आया है। टीकाकरण के बाद भी लोगों को कोरोना संक्रमित होने के मामले में जबलपुर के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा भी शामिल हैं। राजधानी भोपाल में तीन, जबलपुर, इंदौर, शाजापुर और अशोकनगर जिले में भी वैक्सीन के बाद कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया है।
वैक्सीन लगवाने के बाद भी कैसे हुआ कोरोना?
देश में इस समय कोविशील्ड और कोवैक्सीन की डोज लगाई जा रही है। फ्रंटलाइन वर्कर के बाद अब यह वैक्सीन 45 साल से 60 साल के लोगों तक लगाई जा रही है। बड़ा सवाल यह है कि आखिर कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद भी किसी को कोरोना कैसे हो सकता है। दरअसल, कोरोना वैक्सीन दो डोज दी जाती है। पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जाती है। इस 28 दिन के दौरान वैक्सीन शरीर में एंटीबॉडी पर काम करती है। 28 दिन के बाद दूसरी डोज जरूरी है। दरअसल, दूसरी डोज लगने के बाद में वैक्सीन कोरोना से सुरक्षा शुरू कर देगी, लेकिन इसमें 15 दिन का समय लगता है। यानी इस पूरी प्रक्रिया में 43 दिन लगते हैं। जानकारों का कहना है कि अगर आप ने इन 43 दिनों तक सावधानी नहीं रखी तो आप संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं।
इम्यून सिस्टम को कैसे मजबूत रखा जाए?
जानकारों के अनुसार, वैक्सीनेशन के बाद मादक पदार्थों का सेवन आपके इम्यून सिस्टम कमजोर कर देता है। जब शरीर में एंटीबॉडी बनती हैं तब मादक पदार्थों का सेवन इसकी रफ्तार को कम कर देता है। ऐसे में अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए मादक पदार्थों से दूर रहें।
मध्यप्रदेश में कितने मामले
बुधवार को मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के 832 मामले सामने आए। 500 लोग स्वस्थ्य हुए जबकि संक्रमण के कारण 2 की मौत हो गई। राज्य में अब तक 2.71 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 2.61 लाख ठीक हो चुके हैं, जबकि 3,891 मरीजों की मौत हो गई। फिलहाल प्रदेश में 5,616 एक्टिव केस हैं।
Published on:
18 Mar 2021 09:05 am
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