भोपाल

इस बार शरद पूर्णिमा पर नहीं बरसेगा अमृत, चांदनी में नहीं यहां रखी जाएगी खीर?

Sharad Purnima and Chandra Grahan 2023 : अगर हर साल की तरह इस साल भी आप शरदपूर्णिमा का इंतजार कर रहे हैं और सोच रहे हैं कि चंद्रमा की चांदनी से अमृत बरसेगा... इस शफक चांदनी में रखी आपकी बनाई खीर बेहद पौष्टिक हो जाएगी, तो इस बार आप गलत हैं, क्यों? जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

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Oct 12, 2023

Sharad Purnima and Chandra Grahan 2023 : दरअसल इस बार शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2023 in hindi) 28 अक्टूबर को मनाई जाएगी। पंचांग के मुताबिक आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर शरद पूर्णिमा मनाई जाती है। शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2023 in hindi) के दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है। ऐसे में चंद्रमा की 16 कलाओं की आभा पृथ्वी के हर जीव पर अपना असर दिखाती है। वहीं मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात ऐसी रात होती है, जब चंद्रमा की किरणें अमृत बरसाती हैं। यही वजह है कि इस दिन लोग खुले आसमान के नीचे खीर बनाकर रखते हैं। ताकि चंद्रमा की चांदनी से मिलने वाला अमृत उस खीर में सेहत घोल दे। दरअसल मान्यता यह भी है कि शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2023 in hindi) पर रातभर चांद की रोशनी में खीर रखने से उसमें औषधीय गुण आ जाते हैं। फिर अगले दिन सुबह इस खीर का सेवन करने पर सेहत अच्छी रहती है। लेकिन... भोपाल के ज्योजिषाचार्य पंडित अरविंद शर्मा कहते हैं कि इस बार शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2023 in hindi) पर चंद्रग्रहण का साया रहेगा। इसलिए चंद्रमा की चांदनी से अमृत नहीं बरसेगा।

जानें कब लग रहा चंद्र ग्रहण? Lunar Eclipse on Sharad Purnima

यह चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर की रात 01 बजकर 06 मिनट पर शुरू होगा और 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। चंद्र ग्रहण मध्यरात्रि में पड़ रहा है लेकिन इसका सूतक काल 28 अक्टूबर को दोपहर के बाद से ही शुरू हो जाएगा। शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2023 in hindi) पर चंद्र ग्रहण का साया इस बार नौ साल के बाद शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण का संयोग बन रहा है और यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण की घटना शुभ नहीं मानी जाती। ऐसे में शरद पूर्णिमा पर पूजा-अर्चना सहित अन्य कार्यक्रम दिन में ही संपन्न कर लिए जाएंगे।

चंद्रग्रहण से पहले और खत्म होने के बाद करना होगा ये काम

- सबसे पहले तो चंद्रग्रहण का सूतक काल शुरू होने के पहले गाय के दूध में कुशा या तुलसी की पत्तियां डाल दें।

- फिर उसे ढककर रख दें। इससे सूतक काल के दौरान दूध शुद्ध रहेगा।

- चंद्रग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करें और पूरे घर में गंगाजल छिड़कें।

- इसके बाद आप इस दूध की खीर बनाकर भगवान को भोग लगा सकते हैं।

- आप चाहें तो भोर में अमृत पाने के लिए खीर को खुले आसमान के नीचे रख सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2023 in hindi) के अगले दिन ।

Updated on:
12 Oct 2023 04:29 pm
Published on:
12 Oct 2023 11:46 am
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