
omicron cases
भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में 24 घंटे में 308 नए संक्रमित मिले हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के PA भी पॉजिटिव आए हैं। राज्य में सबसे ज्यादा 137 संक्रमित इंदौर में मिले हैं। यहां 1 मरीज की मौत भी हुई है। नए संक्रमितों में 69 भोपाल से हैं। दतिया कलेक्टर संजय कुमार, उनकी पत्नी और परिवार के दो अन्य सदस्य भी पॉजिटिव हो गए हैं। ग्वालियर में 22, जबलपुर में 21 और शहडोल में 12 नए केस मिले हैं। इस तरह इंदौर-भोपाल के साथ-साथ अन्य शहरों में भी केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
400 प्रतिशत बढ़ा संक्रमण
राजधानी में कोरोना का संक्रमण तेज है। बीते चार दिनों में संक्रमण की दर 400 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। सोमवार को 69 मरीज पॉजिटिव मिले हैं। बीते आठ दिन में शहर में 229 मरीज सामने आए हैं। इसमें 192 मरीज बार सिर्फ दिन में सामने आए हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या 190 है। 91 फीसदी मरीज सामान्य हैं जो होम आइसोलेशन में है। सिर्फ 16 मरीज ही अस्पतालों में भर्ती हैं।
जानिए ये आकड़ा
प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1000 को पार कर गई है। अब प्रदेश में 1 हजार 29 एक्टिव केस हैं। इंदौर में ही एक्टिव मरीजों की संख्या 500 को पार कर गई है। एक मौत भी दर्ज हुई है। अन्य जिलों में उज्जैन में 9, शिवपुरी में 6, दतिया और सागर में 5-5, खंडवा और खरगोन में 4-4, विदिशा में 3, बैतूल, छतरपुर और राजगढ़ में 2-2 तथा देवास, सिंगरौली, रतलाम, अलीराजपुर और बड़वानी 1-1 नए केस मिले हैं। गृहमंत्री और इंदौर के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि इंदौर में मिले केस में आधे ओमिक्रॉन तो आधे डेल्टा वैरिएंट के हैं। घातक डेल्टा वैरिएंट ही प्रदेश में दूसरी लहर लाया था। हजारों लोग मारे गए थे।
यहां भी मिले कोरोना मरीज
जबलपुर में 21 नए संक्रमित मिले हैं। सभी को हल्के लक्षण हैं। होम आईसोलेट हैं। संक्रमितों में तीन आंध्रप्रदेश, दो दिल्ली, मुम्बई से एक मुंबई से लौटा है। 10 अन्य लोग अलग-अलग शहरों से आए हैं। नए संक्रमितों में पांच महिलाएं हैं और बाकी पुरुष हैं। संक्रमितों में सबसे कम उम्र 21 वर्षीय युवक की है। सबसे अधिक उम्र 62 वर्षीय बुजुर्ग की है। सभी को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं। रतलाम में एक संक्रमित मिला है। उज्जैन में 9 केस मिले हैं।
जारी किए गए नोटिस
मध्यप्रदेश में 15 से 17 साल के 10 लाख से ज्यादा किशोर और युवाओं को वैक्सीन लग चुकी है। भोपाल में कम वैक्सीनेशन पर 8 संकुल प्राचार्यों काे कारण बताओं नोटिस जारी किए गए है। वहीं कुछ प्राचार्यों के निलंबन के प्रस्ताव तैयार करने पर भी विचार किया जा रहा है। भोपाल में 50 हजार किशोर और युवाओं को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया था। शाम तक 50% को भी वैक्सीन नहीं लगी है। इस पर कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को कम वैक्सीनेशन वाले स्कूलों के प्राचार्यों को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए है।
Published on:
04 Jan 2022 01:12 pm
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