
शहर में चोरियां रात 1 से 4 बजे, पुलिस गश्त भी उसी दौरान, फिर भी चोर दो कदम आगे
प्रवीण मालवीय
भोपाल. शहर के नामी शासकीय कॉलेज के प्रोफेसर के पास अनजान नम्बर से वीडियो कॉल आया, कॉल करने वाला युवक था और इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं था, लेकिन कॉल करने वाले की मंशा स्पष्ट नहीं होने के चलते प्रोफेसर ने 15-20 सैकेण्ड में ही उसे डिस्कनेक्ट कर दिया। कुछ देर बाद उनके मोबाइल पर एक वीडियो भेजा गया जिसमें उनका चेहरा दिख रहा था, लेकिन दूसरी ओर एक लड़की अश्लील हरकतें कर रही थीं। प्रोफेसर को बदनाम करने की धमकी देकर सायबर अपराधियों ने 50 हजार रुपए मांग डाले। बदनामी के डर से परेशान प्रोफेसर रुपए देने को तैयार हो गए, लेकिन एक दोस्त ने ऐसा करने से रोककर सायबर एक्सपर्ट की मदद लेने पहुंचाया।
यह तो एक उदाहरण मात्र है,सायबर और बैकिंग फ्रॉड के सबसे बड़े गढ़ मेवात के ठगों ने नया तरीका अख्तियार कर लिया है। इस इलाके से प्रदेश और शहर में रोजाना दर्जनों वीडियो कॉल किए जा रहे हैं। यह गैंग समाज के प्रतिष्ठित और सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोगों को वीडियो कॉल करते हैं।
सेक्सटार्शन कांसेप्ट- वन
कोई लड़की होती ही नहीं, रिकार्डेड वीडियो चलाते हैं
कॉल उठाने पर कुछ लोगों को एक लड़की दिखाई देती है जो इस तरह के हावभाव जताती है कि वह कुछ बोलना या बताना चाहती है, लेकिन बमुश्किल 10 सैकेण्ड के बाद वह अचानक अपने हावभाव बदलते हुए अपने कपड़े उतारने शुरू कर देती है, ऐसे में कई व्यक्ति समझ ही नहीं पाते और अवाक रहकर अश्लील वीडियो कॉल में कैद हो जाते हैं। इसके कुछ ही देर बाद इसीवीडियो कॉल की रिकार्डिंग भेजकर बदनामी शुरू कर दी जाती है। दरअसल वीडियो कॉल में कोई लड़की होती ही नहीं है, यह कॉल प्री रिकार्डेड वीडियो के साथ होता है जोकि पोर्न साइट से उठाया होता है।
सेक्सटार्शन कांसेप्ट - टू
कई व्यक्तियों को वीडियो कॉल में लड़की के बजाए लड़का दिखाई पड़ता है, वह उनसे सामान्य तरीके से बात शुरू करते हुए बातों में उलझाता है। ऐसे मामले में व्यक्ति के चेहरे की 20-25 सैकेण्ड की रिकार्डिंग उपलब्ध हो जाती है। फिर इस वीडियो कॉल के वीडियो को एडिट कर दूसरी ओर अश्लील
वीडियो जोड़ दिया जाता है, और पीडि़त को भेजकर बदनाम करने की धमकी देते हुए ब्लैकमेलिंग की जाती है।
रोजाना सैकड़ों कॉल कर रहे, वसूली के लिए करते हैं अपराधी बात
मेवाती गैंग रिकार्डेड वीडियो चलाकर कम्प्यूटराइज्ड तरीके से रोजाना सैंकड़ों कॉल करते हैं। इनमें से कई वीडियो कॉल तो उठते ही नहीं फिर जो कॉल उठ जाते हैं, उनमें भी जिनमें 10 से 20 सैकेण्ड के साफ चेहरे कैद हो जाते हैं, उन्हें अपराधी फोन करते हैं और ब्लैकमेलिंग करना शुरू कर देते हैं।
देश में सायबर अपराधों का नया अड्डा बन चुके मेवात की गैंगों ने ओटीपी फ्रॉड, एटीएम मशीनों को हैक करने से आगे बढ़कर सेक्सटार्शन का धंधा शुरू कर दिया है। लेकिन सभी मामलों में एक बात साफ होती है जागरुकता की कमी। अनजान नम्बर के कॉलर से बात करना, उसे किसी भी तरीके से ओटीपी बताना, उसकी भेजी लिंक पर क्लि करने से लेकर अब अनजान वीडियो कॉल पर सामने आना ठगी का कारण बन रहा है। नागरिकों को सतर्क रहते हुए ऐसे कॉल अटैंड नहीं करने चाहिए। यदि कर भी दें तो कैमरा ऑन न करें।
यशदीप चतुर्वेदी, सायबर लॉ एक्सपर्ट
Published on:
09 Feb 2022 10:25 pm
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