Cyclonic circulation- मध्यप्रदेश में चक्रवातीय परिसंचरण और पश्चिमी विक्षोभ का जोरदार असर देखा गया। बुधवार को मौसम अचानक बदल गया।
Cyclonic circulation - मध्यप्रदेश में चक्रवातीय परिसंचरण और पश्चिमी विक्षोभ का जोरदार असर देखा गया। बुधवार को मौसम अचानक बदल गया। जहां कई शहरों में पारा 43 डिग्री के पार पहुंच गया वहीं तेज गर्मी और लू को देखते हुए राजधानी भोपाल सहित अनेक जिलों में स्कूलों का समय बदला गया है। इधर प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में दोपहर बाद तेज बारिश हुई और ओले भी गिरे। छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों में बारिश शुरू हो गई है। कई जगहों पर पेड़ गिर गए वहीं ओले भी गिरे। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 30 जिलों में लू का अलर्ट जारी किया जबकि कहीं कहीं बारिश का दौर चल रहा है। इस बीच अगले तीन दिनों में से दो दिन बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के दक्षिणी जिलों छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में बुधवार को दोपहर बाद मौसम तेजी से बदला। इन जिलों में तेज हवा के साथ बरसात हुई और ओले भी गिरे हैं। आंधी चलने से कई पेड़ गिर गए हैं।
छिंदवाड़ा में सुबह तेज धूप खिली थी लेकिन दोपहर होते होते बादल छा गए। इसके बाद आंधी चली जिसमें पेड़ तक गिर गए। अब वहां बारिश शुरू हो गई। जिले के कई इलाकों में ओले भी गिरे हैं। यहां आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है, तेज आंधी भी चल सकती है। छिंदवाड़ा में बिजली गिरने से भी एक पेड़ गिर गया।
इधर पांढुर्णा में भी तेज बारिश के साथ ओले गिरे हैं। जिले में कुछ जगहों पर हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। पांढुर्णा के साथ ही सिवनी में भी ओले गिरने का अलर्ट है। जबकि बालाघाट और डिंडौरी में 50 किमी की रफ्तार से हवा चलने का अलर्ट है।
मौसम विभाग के अनुसार 10 अप्रैल को रतलाम, नीमच, मंदसौर, उज्जैन, धार, जबलपुर और मंडला में लू का अलर्ट है। 11 अप्रैल से मौसम फिर बदलने का अनुमान है, प्रदेश में दो दिन बारिश होगी। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान से पश्चिमी विदर्भ तक सक्रिय टर्फ तथा पश्चिमी विक्षोभ व चक्रवातीय परिसंचरण के प्रभाव से मौसम में बदलाव हुआ है। 11 और 12 अप्रैल को राज्यभर में अधिकांश जगहों पर बादल छाए रहेंगे और कई जगहों पर बारिश होने का अनुमान है।